बेरुत : सीरिया में हवाई हमले के बाद की एक तस्वीर में एंबुलेंस में बैठे खून और धूल से सने छोटे से सीरियाई बच्चे के बडे भाई की, हमले के दौरान आई चोटों की वजह से मौत हो गयी. तस्वीर में हमले के बाद मलबे से बचाये गये ओमरान को एंबुलेंस में बैठा हुआ दिखाया गया था. सीरिया के मानवाधिकार पर्यवेक्षक ने कल बताया, ‘‘10 साल के अली की मौत हो गयी है. वह और उसका भाई ओमरान 17 अगस्त को अलेप्पो में अपने अपार्टमेंट में हुए बम हमले के कारण बुरी तरह घायल हो गये थे.” हमले के बाद दहशत से भरे चार साल के ओमरान की, एंबुलेंस में बैठे हुये दिल दहला देने वाली तस्वीर में उसका चेहरा, हाथ और पैर खून और धूल से सने नजर आ रहे हैं.
यह तस्वीर दुनिया भर में वायरल हो गयी थी और इसे सीरिया में पांच साल के संघर्ष के बाद वहां पर बच्चों की स्थिति की प्रतीक तस्वीर के तौर पर देखा गया. घटना के वीडियो फुटेज में ओमरान अपना खून सना माथा छूने के लिए हाथ उठाने से पहले अंतरिक्ष में घूरता हुया दिखाई देता है. उसके बाद वह अपना हाथ देखता है और फिर उसे एंबुलेंस की नारंगी रंग की सीट पर पोंछता हुआ दिखता है. पूर्वी अलेप्पो के करीब कतरजी में बुधवार को विद्रोहियों के हमले के बाद ओमरान, अपने भाई और माता-पिता के साथ मकान के मलबे में दब गया था। वह लोग जीवित बचे रहे और उन्हें निकाल लिया गया. ओलेप्पो मीडिया सेंटर ने कल अपने वीडियो में अली की मौत की पुष्टि की है.
ओमरान की इस तस्वीर की गुहार सुनाई दी थी. इससे पहले सितंबर में एक तीन साल के सीरियाई बच्चे अयुलान कुर्दी के शव की तुर्की के तट पर पडी तस्वीर ने लोगों को झकझोर कर रख दिया था. उसका परिवार सीरिया से समुद्र के रास्ते यूरोप पहुंचने की कोशिश कर रहा था. सीरिया के संघर्ष में तक अभी तक 290,000 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिसमें 15,000 बच्चे शामिल हैं. ओमरान के गृह नगर अलेप्पो के पश्चिमी हिस्से में वर्ष 2012 से सरकार का नियंत्रण है और पूर्वी हिस्से में विपक्षी लडाकों का नियंत्रण है. रुसी वायु सेना के सहयोग से सरकार के लडाकू विमानों ने सितंबर 2015 से पूर्वी जिलों में बमबारी की और विद्रोही समूहों ने पश्चिमी हिस्से में रॉकेट दागे हैं. संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी यूनिसेफ के अनुसार, शहर के पूर्वी हिस्से में करीब 250,000 लोग रहे रहे हैं जिनमें से करीब 100,000 बच्चे हैं.