वाशिंगटन : एक निगरानी संस्था द्वारा जारी 44 ईमेलों से खुलासा हुआ है कि ओबामा प्रशासन के पहले कार्यकाल में हिलेरी क्लिंटन के विदेश मंत्री रहने के दौरान क्लिंटन फाउंडेशन के शीर्ष अधिकारियों ने किस तरह मंत्रालय में पहुंच बना ली थी. निगरानी संस्था ज्यूडिशियल वॉच ने इन ईमेलों को ‘‘जानकारी का अधिकार अधिनियम” के तहत प्राप्त किया है. इन ईमेलों की जानकारी 296 पन्नों तक फैली हुई है. इन्हें देखने पर पता चलता है कि क्लिंटन फाउंडेशन के अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय में न केवल नौकरी पा ली बल्कि अधिकारियों की मदद से विदेशी सरकारों तक भी पहुंच बना ली थी.
ज्यूडिशियल वॉच के मुताबिक नए दस्तावेजों से पता चलता है कि अप्रैल 2009 में क्लिंटन फाउंडेशन के विवादास्पद अधिकारी डोग बैंड ने अपने एक सहयोगी को नौकरी देने का दबाव बनाया था. ईमेल में बैंड विदेश मंत्रालय में हिलेरी क्लिंटन के पूर्व सहयोगियों चेरिल मिल्स और हुमा एब्दीन से कहते हैं, ‘‘उसका ख्याल रखना जरुरी है.” बदले में एब्दीन बैंड को आश्वासन देते हैं, ‘‘अधिकारी उन्हें विकल्प भेज रहे हैं.”
ट्रंप के अभियान के राष्ट्रीय नीति निदेशक स्टीफन मीलर ने कहा, ‘‘ताजा खुलासे एक भ्रष्ट मंत्रालय की झलक देते हैं. यह एक और सबूत है कि हिलेरी शुरु से ही झूठ बोल रहीं थीं.”