
रियो में जारी 31वें ओलंपिक खेलों में बुधवार को भारतीय खिलाड़ी तीरंदाज़ी, मुक्केबाज़ी, महिला हॉकी, जूडो, निशानेबाज़ी, टेनिस और वेटलिफ्टिंग के मुक़ाबलों में उतरेंगे.
इनमें से सबसे अधिक उम्मीद निशानेबाज़ी में जीतू राय से है.
हालांकि जीतू राय इससे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में तो पहुंचे लेकिन पदक नहीं जीत सके.
बुधवार को वह अपनी पंसदीदा स्पर्धा 50 मीटर पिस्टल में निशाना साधेंगे.
इससे पहले जीतू राय ने साल 2014 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता.
उन्होंने 2014 में ही ग्लास्गो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों और इंच्योन में हुए एशियाई खेलों में 50 मीटर पिस्टल में ही स्वर्ण पदक जीता था.

जीतू राय के अलावा भारत के ही प्रकाश नानजप्पा भी 50 मीटर पिस्टल में उतरेंगे.
तीरंदाज़ी के महिला व्यक्तिगत रिकर्व मुक़ाबलों में भारत की दीपिका कुमारी और बोंबायला देवी अपने तीरों को सही निशाने पर लगाने की कोशिश करेंगी.
मुक्केबाज़ी में भारत के मनोज कुमार अपना पहला मुक़ाबला लिथूआनिया के इवालडस पेत्राउस्कास के ख़िलाफ खेलें.
लाइट वेलटरवेट में उतरनें वाले मनोज कुमार साल 2010 में दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं.
बुधवार को ही भारतीय महिला हॉकी टीम ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ खेलेगी. इससे पहले भारत ने जापान को 2-2 से बराबरी पर रोका लेकिन अगले मुक़ाबलें में वह ग्रेट ब्रिटेन से 3-0 से हार गई थी.

टेनिस में भारत की सानिया मिर्ज़ा और रोहन बोपन्ना मिश्रित युगल में अपनी चुनौती पेश करेंगे.
इस जोडी को रियो में चौथी वरीयता दी गई है.
इनके अलावा जूडो में भारत के अवतार सिंह रिफ्यूज़ी ओलंपिक टीम के पोपोले मीसेंगा का सामना करेंगे.
वेटलिफ्टिंग में भारत के सतीश शिवलिंगम -77 किलो भार वर्ग में अपना दमख़म दिखाएंगे.
अब देखना है कि क्या जीतू राय पदक पर निशाना साधकर रियो में पदक तालिका में भारत का खाता खोल पाते हैं या नही.
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