नयी दिल्ली : 52 वर्षों के बाद ओलंपिक खेलों की जिम्नास्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला एथलीट के तौर पर प्रवेश कर पहले ही इतिहास रच चुकीं दीपा कर्माकर ने रविवार को रियो ओलंपिक के वॉल्ट के फाइनल में प्रवेश कर एक और इतिहास रचकर भारत का नाम रौशन किया है. कल दीपा का जन्मदिन है यदि वह रियो में मेडल लातीं हैं तो इससे बड़ी बात क्या होगी?
Tomorrow is Dipa's Birthday. If she gets a medal,that will be the biggest gift for her: Dulal Karmakar,Dipa's father pic.twitter.com/w3uhLlCnth
— ANI (@ANI) August 8, 2016
इस संबंध में दीपा के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कल उसका जन्मदिन है. यदि वह मेडल लाती है तो उसके लिए इससे बड़ा तोहफा क्या होगा ? हम उसके खेल के दौरान काफी चिंतित थे जिसके कारण हम सो नहीं सके. लेकिन अबहम खुश हैं. हमें उम्मीद है कि वह सर्वश्रेष्ठ करेगा.
We couldn't sleep because of tension. Now we are very happy, hoping for the best: Dulal Karmakar, Dipa's father pic.twitter.com/AvWfNctjae
— ANI (@ANI) August 8, 2016
आपको बता दें कि रियो के दूसरे दिन दीपा ने जिम्नास्टिक की सभी पांच क्वालिफिकेशन सबडिवीजन स्पर्धा के समापन के बाद वॉल्ट में आठवां स्थान बनाया, जो फाइनल में क्वालिफाई करने के लिए आखिरी पायदान है.