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फोबिया को हराया : डर के आगे हमेशा जीत होती है
स्क्रो बैक जब चार साल की थी, तब उनका टांसिल का आॅपरेशन हुआ था. उस समय करीब दो माह तक उनके मुंह से खून आता रहा. इसके बाद उनके मन में उल्टी को लेकर डर बैठ गया. उन्हें लगने लगा कि वह उल्टी कर देंगी या दूसरा कोई उन पर उल्टी कर देगा. इस डर […]
स्क्रो बैक जब चार साल की थी, तब उनका टांसिल का आॅपरेशन हुआ था. उस समय करीब दो माह तक उनके मुंह से खून आता रहा. इसके बाद उनके मन में उल्टी को लेकर डर बैठ गया. उन्हें लगने लगा कि वह उल्टी कर देंगी या दूसरा कोई उन पर उल्टी कर देगा.
इस डर की वजह से स्क्रोबैक का कोई दोस्त भी नहीं था. बचपन में कभी-कभी वह एक दिन में हैंड सेनेटाइजर की 12 बोतल खत्म कर देती थीं. उन्हें डर लगा रहता था कि सफाई नहीं रहेगी, तो वह बीमार पड़ जायेंगी और उल्टी करने लगेंगी. इसी आशंका से वह खाना भी बहुत सचेत होकर खाती थी.
18 साल की उम्र में स्क्रोबैक ने अपने डर को पहली बार अपनी मां के सामने जाहिर किया. उनकी मां ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने स्क्रोबैक को काउंसेलिंग के लिए भेज दिया. काउंसेलिंग से फायदा नहीं हुआ. डेली मेल से बातचीत में उन्होंने बताया कि घरवालों को लगता था कि मैं ओवर रिएक्ट कर रही हूं.
जब वह विश्वविद्यालय पहुंचीं, तब उनकी मुलाकात ब्रायन से हुई. ब्रायन ने उनके डर को समझा और उन्हें इस पर विजय पाने के लिए प्रोत्साहित किया. कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर ली.
एक बार ब्रायन की तबियत खराब हुई. स्क्रोबैक उल्टी के डर से उनके नजदीक नहीं जा रही थी. इस घटना के बाद उन्होंने इस फोबिया को अपने जीवन से निकालने का निश्चय किया. इसके लिए उन्होंने पांच साल का टारगेट रखा. इसके लिए स्क्रोबैक ने आई मूवमेंट तकनीक का सहारा लिया. इस तकनीक की मदद से खराब यादों के प्रभाव को कम किया जा सकता है. उल्टी फोबिया से ग्रसित मरीजों पर इसका बहुत कारगर प्रभाव देखने को मिला है. स्क्रोबैक ने बताया कि एक साल में मेरे भीतर जबरदस्त बदलाव आया.
पांच साल के उनके टारगेट में से तीन साल गुजर चुके हैं. स्क्रोबैक एक यात्रा के दौरान अपनी दोस्त की बेटी के लिए बेबी सिटिंग भी कर चुकी है. पहले इस काम की वह कल्पना भी नहीं कर सकती थी. बच्ची ने उल्टी करना शुरू किया, तब वह थोड़ी नर्वस हुई थी, लेकिन तभी उनके मन में विचार आया कि इससे बहुत ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है.
स्क्रोबैक ने बताया कि जैसे ही मेरे मन में यह विचार आया, मुझे लगा कि मैं खुशी से चिल्लाने लगूं. इसके बाद वह पूरे रास्ते उस बच्ची को अपनी गोद में रख कर ले आयी. उन्होंने कहा कि पहली बार मुझे लगा कि मैं सामान्य हूं. यह बात जब उन्होंने अपने पति को बतायी, तब वह खुशी से रोने लगे. स्क्रोबैक और ब्रायन अब अपना परिवार बढ़ाने की प्लानिंग कर रहे हैं.
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