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कहीं फतवा जारी, तो कोई मान रहा जासूस
स्मार्टफोन गेम पोकेमॉन गो ने जिस तेजी से दुनिया को अपना दीवाना बनाया, उसी रफ्तार से उसका विरोध करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. सबसे पहले यह गेम ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका में लॉन्च हुआ था. इस हफ्ते 26 और देशों में इसे लॉन्च किया गया. लेकिन, कुछ देशों ने सुरक्षा और धार्मिक […]
स्मार्टफोन गेम पोकेमॉन गो ने जिस तेजी से दुनिया को अपना दीवाना बनाया, उसी रफ्तार से उसका विरोध करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. सबसे पहले यह गेम ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका में लॉन्च हुआ था. इस हफ्ते 26 और देशों में इसे लॉन्च किया गया. लेकिन, कुछ देशों ने सुरक्षा और धार्मिक मान्यताओं के आधार पोकेमॉन गो का विरोध करना शुरू कर दिया है.
इंडोनेशिया ने इस गेम को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. कुवैत की सरकारी वेबसाइट पर इस गेम को बैन कर दिया गया है. सउदी अरब में पोकेमॉन गो को गैर इसलामिक घोषित कर दिया गया है. मिस्र में भी इसे बैन करने की मांग की जा रही है.
वहां के सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि इस गेम की आड़ में सुरक्षा प्रतिष्ठानों की तसवीर साझा की जा रही है. मिस्र के खुफिया विभाग के अधिकारी का कहना है कि दुश्मन देश की खुफिया एजेंसियां इस गेम को जासूसी हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं. रूस ने भी स्मार्टफोन के इस नये गेम के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. उसकी एक वेबसाइट के अनुसार पोकेमॉन गो अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआइए की साजिश का हिस्सा है.
समर्थक बता रहे स्वास्थ्य सेवक
पोकेमॉन गो की आलोचनाओं के बीच इसके गेम के पैरोकार भी अपनी बात रखने में पीछे नहीं हैं. गैबी हिनस्लिफ ने इंगलैंड के अखबार ‘द गार्जियन’ में अपने कॉलम में इसे हेल्थ सर्विस करने वाला गेम बताया है. उनका कहना है, इस गेम की बदौलत बच्चे और बड़े घर से बाहर पार्क में खेलने निकलने लगे हैं.
सड़कों पर वालों की संख्या बढ़ गयी है. लोगों को पैदल चलाने के लिए दशकों से अभियान चलाया जा रहा था, लेकिन इस गेम ने एक झटके में लोगों को पैदल चलने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने लिखा है कि अगर मैं नेशनल हेल्थ सर्विस में होती, तो मैं इसे बनाने वाली कंपनी निनटेंडो से प्रार्थना करती कि वह पोकेमॉन कैरेक्टर को हाइकिंग रूट और पहाड़ों के निकट भी दिखाए. जब मैं अपने बेटे और उसके दोस्तों को पोकेमॉन गेम खेलते देखती हूं, तब मेरे दिमाग से यह डर निकल जाता है कि इसमें कुछ भी असामाजिक है.
पोकेमॉन गो पॉकेट माॅन्स्टर का संक्षिप्त नाम है. यह जीपीएस आधारित गेम है, जिसे खेलने के लिए मोबाइल कैमरे का इस्तेमाल होता है. कैमरा कही भी प्वाइंट करने पर पोकेमॉन नजर आयेगा. उसे आपको पकड़ना है. भारत में इस गेम की अभी तक आधिकारिक लांचिंग नहीं हुई है. इसे जापान की निनटेंडो ने बाजार में उतारा है. जब से पोकेमॉन गो बाजार में आया है, तब से निनटेंडो का मार्केट कैप दोगुना हो कर 42 बिलियन डॉलर चला गया है.
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