
फ्रांस के नीस में भीड़ पर ट्रक हमले को लेकर फ्रांस की सरकार निशाने पर आ गई है.
कई नेताओं ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि ये हमला रोका जा सकता था.
फ्रांस के प्रधानमंत्री मानुअल वॉल्स ने कहा है कि सुरक्षा को लेकर कोई नाकामी नहीं हुई है.

नीस में बास्तील डे पर समुद्र तट के पास आतिश बाज़ी का आनंद लेने जमा हुई भीड़ पर ट्रक दौड़ा दिया गया था जिसमें 84 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हैं.
लेकिन राष्ट्पति की दौड़ में शामिल और पूर्व प्रधानमंत्री एलां झ्यूप ने कहा कि अगर ज़रूरी क़दम उठाए गए होते तो हमले से बचा जा सकता था.
रिविएरा के क्षेत्रीय प्रमुख क्रिस्टियन एस्त्रोसी ने सवाल उठाया है कि क्या आतिशबाज़ी के आयोजन को लेकर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.

पिछले हफ़्ते एक संसदीय जांच में फ्रांस में पिछले साल हुए दो चरमपंथी हमलों के मामले में खुफ़िया एजेंसियों की आलोचना की थी.
पिछले साल नवंबर में फ्रांस की राजधानी पेरिस में कई जगहों पर चरमपंथी हमलावरों ने गोलियां चलाईं थीं और आत्मघाती हमले किए थे जिसमें 130 लोगों की मौत हुई थी.
इसके बाद फ्रांस में आपातकाल लागू किया गया था. हाल ही में फ्रांस में यूरोकप के दौरान चरमपंथी हमले की चेतावनी दी गई थी.

रिपोर्टों के मुताबिक नीस के दौरे पर गए राष्ट्रपति ओलांद का लोगों ने विरोध किया.
अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है, ”नीस हमला हम सब पर हमला है.” उन्होंने कहा कि चरमपंथ से देश की रक्षा के लिए अमरीका फ्रांस के साथ खड़ा है.
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