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इन वजहों से कर्मचारी अक्सर होते हैं परेशान

दक्षा वैदकर अमेरिका में हुए एक अध्ययन से सामने आया है कि 48 प्रतिशत लोग अपनी जॉब से परेशान रहते हैं. इंडिया में भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि किन वजहों से लोग परेशान होते हैं, ताकि इन कारणों को हम दूर कर सकें. कामकाज के माहौल […]

दक्षा वैदकर
अमेरिका में हुए एक अध्ययन से सामने आया है कि 48 प्रतिशत लोग अपनी जॉब से परेशान रहते हैं. इंडिया में भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि किन वजहों से लोग परेशान होते हैं, ताकि इन कारणों को हम दूर कर सकें.
कामकाज के माहौल की वजह से कई बार परेशानियां इतना बड़ा रूप ले लेती हैं कि कर्मचारी कोई गलत कदम उठाने को मजबूर हो जाता है. यदि ऑफिस का माहौल फ्रस्ट्रेशन वाला है, तो कर्मचारियों में काम के प्रति नीरसता आ जाती है. साथ ही उनकी प्रोडक्टिविटी में भी लगातार गिरावट आने लगती है, इसलिए यह बेहद जरूरी है कि इस ओर आवश्यक कदम उठाये जायें.
जब बॉस और कर्मचारियों के बीच अच्छा कम्यूनिकेशन नहीं होता, तो इससे कर्मचारियों में फ्रस्ट्रेशन आता है. बहुत से ऑफिस में ऐसा होता है कि बॉस अपने जूनियर्स से बात नहीं करते. ऐसे में जूनियर्स अपनी बात को ठीक तरह से मैनेजमेंट के सामने नहीं रख पाते. इस वजह से वे फ्रस्ट्रेट हो जाते हैं.
यदि बॉस कर्मचारियों के आइडिया का सम्मान न करे और उन्हें कार्य संबंधी तनाव दे, तो इससे भी कर्मचारी फ्रस्टेट रहने लगते हैं. इसी तरह यदि कर्मचारी बहुत मेहनत से काम करें, लेकिन बॉस उसकी सराहना करने के बजाय हर छोटी-छोटी बात के लिए उन्हें परेशान करे, तो कर्मचारी फ्रस्टेट हो जाते हैं और ठीक से काम नहीं कर पाते.
जब ऑफिस में को-वर्कर्स के साथ संबंध अच्छे न हों, तो काम के दौरान तनाव पैदा हो जाता है. यदि सहकर्मी से रिश्ते खराब हैं, तो वो काम के दौरान आपको इरिटेट भी कर सकता है. आपके काम में बाधा डाल सकता है. इतना ही नहीं, मीटिंग के दौरान हर छोटी-बड़ी गलती के लिए आपको जिम्मेवार ठहरा सकता है. इस वजह से अकसर तनाव रहता है.
daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in

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