लंदन : ब्रिटेन का यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होना लभगग तय माना जा रहा है. गुरुवार को वोटिंग खत्म होने के बाद शुक्रवार को वोटों की गिनती फिलहाल जारी है. अबतक के नतीजों के अनुसार 52 प्रतिशत वोट लीव के पक्ष में जबकि 48 प्रतिशत वोट रिमेन के पक्ष में पडें हैं. बीबीसी ने अब तक घोषित हो चुके 70 प्रतिशत चुनावी नतीजों को ‘ब्रेग्जिट’ के पक्ष में बताते हुए कहा है कि यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने के पक्षधर खेमे ने इस ब्लॉक में बने रहने के पक्षधर खेमे पर चार प्रतिशत की बढत हासिल कर ली है. ओपीनियन पोल में इस मुकाबले में ‘कांटे की टक्कर’ रहने की भविष्यवाणी की गई थी और अब वह सही साबित हुई है. अभी तक घोषित 70 प्रतिशत नतीजों में ‘लीव’ अभियान ने 52 प्रतिशत मत हासिल किए हैं जबकि ‘रिमेन’ खेमे के पक्ष में 48 प्रतिशत वोट आए हैं.
बीबीसी ने कहा कि रुझान दिखा रहे हैं कि ‘रिमेन’ पक्ष इस स्थिति से वापस बढत हासिल नहीं कर सकता है. 52-48 प्रतिशत का आंकडा ब्रेग्जिट के पक्ष में है और यह ब्रितानी मतदाताओं का अंतिम फैसला हो सकता है. धुर दक्षिणपंथी यूके इंडीपेंडेंस पार्टी :यूकेआईपी: के नेता नीगेल फेरेज ने बहुत पहले ही जीत की घोषणा करते हुए कहा था, ‘‘यह सपना देखने की हिम्मत दिखाइए कि स्वतंत्र ब्रिटेन में सूर्योदय हो रहा है. 23 जून हमारा स्वतंत्रता दिवस होगा.” इस जनमत संग्रह में 72 प्रतिशत का भारी मतदान देखने को मिला। इस मतदान का फैसला वर्ष 1975 में हुए उस जनादेश को उलट रहा है, जिसमें ब्रिटेन ने यूरोपियन इकोनॉमिक कम्यूनिटी का सदस्य बने रहने के लिए मतदान किया था. यह समूह बाद में यूरोपीय संघ बन गया था.
इस जनमत संग्रह का परिणाम ब्रिटेन की सरकार के लिए कानूनी तौर पर बाध्यकारी तो नहीं है लेकिन डेविड कैमरन ने बार-बार यही वादा किया है कि जनता की इच्छा को स्वीकार किया जाएगा.