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दुनिया में 30 करोड़ से ज्यादा लोग करते हैं नियमित योगाभ्यास

संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल का कोई एक दिन किसी खास विषय को समर्पित करने से क्या कमाल हो सकता है, इसका सबसे बेहतर उदाहरण है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस. वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पेशकश पर संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन को अपनी मंजूरी देते हुए इसके लिए 21 जून का […]

संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल का कोई एक दिन किसी खास विषय को समर्पित करने से क्या कमाल हो सकता है, इसका सबसे बेहतर उदाहरण है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस. वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पेशकश पर संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन को अपनी मंजूरी देते हुए इसके लिए 21 जून का दिन निर्धारित किया था.
पिछले वर्ष 21 जून को पहली बार दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून की सुबह चंडीगढ़ के कैपिटल कॉम्प्लेक्स में आयोजित द्वितीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व करेंगे. इस समारोह में 35,000 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 170 देशों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय को भी सजाया गया है.
आज एक ब्रांड और इंडस्ट्री के तौर पर बढ़ी योग की वैश्विक स्वीकृति का आलम यह है कि दुनियाभर में 30 करोड़ से ज्यादा लोग नियमित योगाभ्यास कर रहे हैं. अमेरिका जैसे मुल्क में डेढ़ करोड़ से अधिक लोग योग को अपना चुके हैं और वहां योग का कारोबार 30 अरब डॉलर की सीमा लांघ चुका है.
विश्व के टॉप-10 फिटनेस ट्रेंड में योग भी शामिल
‘अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स एंड मेडिसिन’ ने अपने एक सर्वे के आधार पर इस साल योग को दुनिया के टॉप-10 फिटनेस ट्रेंड में स्थान दिया है. जापान में बीते पांच सालों में योगा बिजनेस में 413% की बढ़ोतरी हुई है.
भारत में दो करोड़ योग करनेवाले
भारत में योग की परंपरा भले ही हजारों साल पुरानी है, लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलने के बाद से इसके प्रति रुझान में एकबारगी तेजी आयी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में योग करनेवालों की संख्या 2001 में 60-65 लाख थी, जो 2015 में दो करोड़ से अधिक हो गयी. पिछले कुछ सालों तक योग की पहुंच यंगस्टर्स तक नहीं के बराबर थी, लेकिन आज की युवा पीढ़ी जिम और एरोबिक्स से ज्यादा योग की तरफ आकर्षित हो रही है.
इंस्ट्रक्टर्स की मांग भी बढ़ी
उद्यमियों की अग्रणी संस्था एसोचेम के एक अध्ययन के मुताबिक, देश में योग के इंस्ट्रक्टर्स की मांग में अगले दो सालों के दौरान 30 से 35 फीसदी तक की वृद्धि जारी रह सकती है. भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का अर्थ है, वैश्वीकृत हो चुकी दुनिया द्वारा भारत की ओर से मानवता को दिये गये सर्वश्रेष्ठ उपहार के रूप में योग को मान्यता देने के अवसर का उत्सव मनाना. क्या आप इस उत्सव में शामिल होने के लिए तैयार हैं?

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