काबुल:अफगान तालिबानका नेता मुल्ला अख्तर मंसूरके मारे जाने की पुष्टि उसकेसंगठन ने कर दी है. अफगान तालिबानने उसके मारे जाने की पुष्टि करते हुए मुल्ला हैबतुल्लाह अखुंद को नया चीफ चुना है. ध्यान रहे कि शनिवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान इलाके में अमेरिका ने ड्रोन हमला किया था, जिसमें उसके मारे जाने की बातें आ रही थी, लेकिन उसकी आधकारिक पुष्टि नहीं हुई थी. अब खुद अफगान तालिबान ने उसकी पुष्टि कर दी है.
मुल्ला अख्तर मंसूर के खात्मे के लिए ड्रोन हमले की अनुमति खुद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दी थी. उस ऑपरेशन के बाद सूत्रों के हवाले से उसके मारे जाने की खबरें आयी थीं.
उस समय अफगानिस्तान की मुख्य खुफिया एजेंसी ने कहाथा कि मंसूर पाकिस्तान के अंदर अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया. राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘‘कुछ समय से मंसूर की करीब से निगरानी की जा रही थी. इसके बाद बलुचिस्तान में एक वाहन में अन्य लड़ाकों के साथ जाते समय उसे निशाना बनाया गया.’उससमय अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने कहा था, ‘‘मंसूर अमेेरिकी जवानों, अफगान नागरिकों और अफगान सुरक्षा बलाें के लिये एक आसन्न खतरा था.
कौन था मुल्ला अख्तर मंसूर?
मुल्ला अख्तर मंसूर तालिबान का चीफ था. जब तालिबान का शीर्ष नेता मुल्ला उमर मारा गया तो संगठन ने उसे अपना नया चीफ चुना था. वह पहले मुल्ला उमर का सहायक था. वह 20 सदस्यों वाले शूरा का भी काम देखता था. उसके बारे में यह भी कहा जाता है कि वह अफगानिस्तान से बातचीत का पक्षधर था.