
देहरादून की पुलिस लाइन में घोड़े ‘शक्तिमान’ की खैरियत पूछने वालों का आजकल तांता लगा हुआ है.
पिछले महीने शक्तिमान उस समय गंभीर रूप से घायल हो गया था जब भाजपा के एक विधायक ने कथित तौर पर उसे बुरी तरह पीटा था.
यह घटना 14 मार्च को बीजेपी के एक रैली के दौरान हुई थी.
इसके बाद शक्तिमान की एक टांग को सर्जरी कर काटना पड़ा था, क्योंकि चोट की वजह से गैंगरीन हो गया था.
काटी गई टांग की जगह अब शक्तिमान को नकली टांग लगाई गई है. इसके सहारे शक्तिमान खड़ा तो हो पा रहा है. लेकिन अब वो कभी पुलिस ड्यूटी नहीं कर पाएगा.
पुलिसवालों के अलावा एक अमरीकी महिला ने भी सर्जरी के बाद शक्तिमान की काफी मदद की.
देहरादून पुलिस लाइन में हर कोई प्यार से इस पशुप्रेमी अमरीकी महिला जैमी वैग़न को ‘चाची’ कहकर पुकारता है.

पुलिस लाइन में शक्तिमान के लिए नया टिन शेड बनाया गया है. गर्मी से राहत देने के लिए दो-दो वाटर कूलर लगाए गए हैं, मच्छरों से बचाने के लिए मच्छरदानी लगाई गई है. कीट-पतंगों को दूर रखने के लिए फ्लोरोसेंट लैंप की व्यवस्था है.
हर दूसरे दिन शक्तिमान का बिस्तर बदला जाता था. उसकी पट्टी हफ्ते में दो बार बदली जाती थी. पशु चिकित्सक उसके लिए हर समय उपलब्ध थे. इस विशेष देखभाल ने शक्तिमान को जल्द ठीक होने में काफी मदद की.
पशु अधिकारी राकेश नौटियाल शक्तिमान की देखभाल करते हैं. वो कहते हैं, "शक्तिमान की हालत दिन-प्रतिदिन सुधर रही है. शक्तिमान से मैं हैरान हूं. इतनी बड़ी सर्जरी के बाद भी वह किसी स्वस्थ घोड़े की तरह ही ठीक से खाता-पीता है और शौच क्रिया करता है. यह एक अच्छा संकेत है."
शक्तिमान की नकली टांग अमरीका से मुफ्त में आई है, जिसे एनिमल ऑर्थोकेयर के डेरिक कैंपाना ने दान मे दिया है.

नोएडा की एक कंपनी शक्तिमान को मुफ्त में दूसरी जरूरी चीजें मुहैया कराती है.
वैग़न कहती हैं, "शक्तिमान का ऑपरेशन करने वाले पुणे के डॉक्टर फिरोज़ के कहने पर मैं देहरादून आई. कई लोग शक्तिमान को लेकर फिक्रमंद हैं और मदद की पेशकश कर रहे हैं.”
वैगन ने बताया, ”नकली पैर के बाद अब जल्द ही अमरीका से आइस-बूट आने वाला है. आइस-बूट एक खास तरह का बूट है जो नकली पैर पर पड़ने वाले बोझ को कम करेगा."

वरिष्ठ वेटेनरी अधिकारी कैलाश उनीयाल का कहना है, "आइस बूट की मदद से हम शक्तिमान के दांए पसली को ज्यादा सुरक्षित रख पाएंगे."
उत्तराखंड के भाजपा विधायक गणेश जोशी पर शक्तिमान को रॉड से पीटने का आरोप है, हालांकि वो इन आरोपों से इनकार करते हैं. लेकिन कुछ वीडियो में उन्हें लोहे के रॉड से शक्तिमान के पैर पर मारते हुए दिखाया गया है.
शक्तिमान पर हुआ हमला एक राजनीतिक मुद्दा बन गया था. पुलिस ने गणेश जोशी को गिरफ्तारी भी किया था.
घटना के बाद बीजेपी ने शक्तिमान के इलाज के लिए पैसा देने की भी पेशकश की थी, जिसे स्थानीय पुलिस ने ठुकरा दिया था.
शक्तिमान देहरादून पुलिस के पास उपलब्ध दस घोड़ों में से एक है.
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