
भारतीय टीम वर्ल्ड टी20 के सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई है. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भारत ने 161 रनों का लक्ष्य 4 विकेट खोकर पूरा कर लिया.
भारत ने जब मैच जीता तो 5 गेंदे फेंकी जानी बाक़ी थी.
भारत के हीरो एक बार फिर साबित हुए विराट कोहली. उन्होंने 51 गेंदों पर 9 चौकों और दो छक्कों की मदद से तूफ़ानी 82 रन बनाए.

उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच घोषित किया गया.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 18 रन बनाकर नॉट आउट रहे.
कोहली और धोनी ने 31 गेंदों पर 67 रन जोड़ कर भारत को मैच जिता दिया.

एक समय भारत मुश्किल स्थिति में था जब जीत के लिए 30 गेंदों पर 59 रन चाहिए थे और चार विकेट गिर चुके थे.
लेकिन कोहली ने एक बार फिर साबित किया कि आख़िर क्यों उन्हें मौजूदा दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक माना जाता है.
इससे पहले शिखर धवन और रोहित ने हालांकि शुरुआत अच्छी की थी लेकिन जब टीम का स्कोर 23 था उस वक़्त धवन 13 रन बनाकर आउट हो गए और कुछ ही देर बाद रोहित शर्मा भी 12 रन बनाकर आउट हो गए. उस समय टीम का स्कोर 37 रन था.
इससे पहले दोनों टीमों के लिए करो या मरो मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया.
निर्धारित 20 ओवरों की समाप्ति पर ऑस्ट्रेलिया ने फ़िंच के 43 और मैक्सवेल के 31 रनों की मदद से छह विकेट पर 160 रन बनाए.
भारत की ओर से हार्दिक पांडया ने दो जबकि नेहरा, बुमराह, अश्विन और युवराज ने एक-एक विकेट लिए. जडेजा को कोई विकेट नहीं मिली लेकिन उन्होंने तीन ओवरों में केवल 20 रन दिए.

ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज़ उस्मान ख़्वाजा और फ़िंच ने अपने कप्तान के फ़ैसले को सही साबित करते हुए धुंआधार शुरुआत की.
दोनों ने केवल चार ओवर में पहली विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी की.
लेकिन पांचवे ओवर में ख़्वाजा नेहरा की गेंद पर धोनी के हाथों विकेट के पीछे लपक लिए गए.
उन्होंने केवल 16 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से 26 रन बनाए. उस वक़्त टीम का स्कोर था 54.
लेकिन फिर भारतीय गेंदबाज़ों ने संभल कर गेंद करना शुरु किया और एक के बाद एक जल्दी-जल्दी ऑस्ट्रेलिया की तीन विकेट गिर गई.

72 पर वॉर्नर के रूप में दूसरी और 74 पर स्मिथ के रुप में तीसरी विकेट गिरी.
फ़िंच अब भी क्रिज़ पर जमे हुए थे और उन्होंने मैक्सवेल के साथ मिलकर टीम को 100 रनों तक पहुंचाया लेकिन 13 ओवर की आख़िरी गेंद पर फ़िंच भी बाउंडरी के क़रीब कैच आउट हुए.
पांडया की गेंद पर धवन ने उनको लपक लिया.
फ़िंच ने 34 गेंदों पर 43 रन बनाए जिनमें तीन चौके और दो छक्के शामिल थे.
भारतीय गेंदबाज़ों ने ज़बर्दस्त वापसी की और एक समय जब ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ मैच को भारत की पकड़ से दूर ले जा सकते हैं तभी भारतीय गेंदबाज़ों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
हालांकि आख़िरी दो ओवरों में ऑस्ट्रेलिया ने 24 रन बनाए जिनमें नेविल के दो गेंद पर 10 रन शामिल हैं.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)