सफलता के मुकाम पर पहुंचने और अलग पहचान बनाने के लिए अकसर लोग अपने शौक को पीछे छोड़ कामयाबी दिलानेवाली डिग्री पाने की दिशा में अग्रसर हो जाते हैं. मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट जैसी डिग्री हासिल करने के बाद भी कैरियर के लिए अपने शौक को तवज्जो देना पसंद करते हैं. ऐसे ही एंटरप्रेन्योर हैं प्रणेश पद्मनाभन, जिन्होंने अपने फोटोग्राफी के शौक के दम पर लाखों का टर्नओवर देनेवाली कंपनी खड़ी कर दी.
अच्छी नौकरी और सक्सेस पाने की जद्दोजहद में अकसर लोगों के शौक पीछे छूट जाते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो लाख परेशानी व उतार-चढ़ाव आने के बाद भी अपने शौक व हुनर को मरने नहीं देते. ऐसे ही व्यक्ति हैं प्रणेश पद्मनाभन, जिन्हें बचपन से ही फोटोग्राफी का शौक था. मगर परिवार की खुशी के चलते उन्होंने इंजीनियरिंग में दाखिला लिया. इंजीनियरिंग करने के बाद भी उन्होंने इस शौक को बचाये रखा और अपने हुनर की बदौलत खुद की कंपनी ‘प्रणेश फोटोग्राफी स्टूडियो’ की नींव रखी. आज उनकी कंपनी 46 लाख रुपये का टर्नओवर कमा रही है और वे अपनी कंपनी के जरिये कई युवाओं को नौकरी दे रहे हैं.
कॉलेज ने दिया बेहतरीन प्लेटफॉर्म
चेन्नई के रहने वाले पद्मनाभन ने सिर्फ इसलिए इंजीनियरिंग में दाखिला दिया, क्योंकि उनका परिवार ऐसा चाहता था. इंजीनियरिंग में उनकी जरा भी दिलचस्पी नहीं थी. हां, मगर उनके फोटोग्राफी के शौक को कॉलेज ने एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म मुहैया कराया. महज 17 वर्ष की उम्र में ही उन्हें फोटोग्राफी से जुड़े काम मिलने लगे. वे चेन्नई में इंजीनियरिंग कोर्स के दौरान हर जगह अपना कैमरा लिये रहते थे.
धीरे-धीरे वे वॉलंटियर के रूप में कॉलेज इवेंट्स कवर करने लगे. जब लोग उन्हें पहचानने लगे, तो बहुत जल्द प्रणेश को प्रोफेशनल काम भी मिलने शुरू हो गये. कुछ ही दिनों में प्रणेश को कॉलेज इवेंट कवर करने के लिए ऑफिशियल फोटोग्राफर भी बना दिया गया. इंजीनियरिंग कॉलेज से अंडरग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद पद्मनाभन ने एडवरटाइजमेंट एंड कस्टमर बिहेवियर के एक साल के प्रोग्राम में दाखिला लिया.
फोटोग्राफी को बढ़ावा देने के लिए लिया एक और कोर्स में दाखिला
पद्मनाभन ने एडवरटाइजमेंट एंड कस्टमर बिहेवियर में इसलिए दाखिला लिया, ताकि इससे उन्हें फोटोग्राफी में कैरियर बनाने में सहूलियत मिले. प्रणेश बताते हैं कि मास्टर्स की पढ़ाई के दौरान उन्हें बर्थडे, सगाई और छोटी पार्टियों को कवर करने का काम मिलने लगे थे. प्रत्येक इवेंट्स से वे लगभग 8000 से 10000 रुपये कमा लेते थे. प्रणेश कहते हैं कि इन छोटे-छोटे कामों से मिले पैसे उनके लिए मायने नहीं रखते थे. हां, मगर उन्हें यह भरोसा जरूर हो जाता था कि इसके जरिये एक दिन वे अपनी पहचान बनाने में जरूर सफल होंगे.
फाइनेंशियल सपोर्ट के लिए की नौकरी
पढ़ाई पूरी करने के बाद पद्मनाभन ने मई 2010 में प्रोफेशनल रूप से फोटोग्राफी की शुरुआत कर दी. इस पर होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए उन्हें एक आइटी फर्म में नौकरी भी करनी पड़ी.
उन्हें जल्द ही शादियों में फोटोग्राफी करने के काम मिलने शुरू हो गये. प्रणेश के पास महंगे कैमरे खरीदने के लिए पैसे नहीं थे. इस समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने कैमरों को लीज पर ले लिया. फोटोग्राफी में जब पद्मनाभन का काम बढ़ने लगा, तो उन्होंने अक्तूबर में जॉब छोड़ कर फोटोग्राफी को फुलटाइम कैरियर बनाने का फैसला कर लिया. पहले साल उनकेे स्टूडियो को एक लाख रुपये का टर्नओवर मिला.
रखी कमर्शियल स्टूडियो की नींव
प्रणेश ने दूसरे फोटोग्राफरों के फोटो शूट्स करने के लिए कमर्शियल स्टूडियो बनाया. इसमें तीन लाख रुपये का इनवेस्ट किया गया. इससे प्रणेश की प्रति माह 75,000-80,000 रुपये की कमाई हो रही है. आज उनके स्टूडियो हैदराबाद, बेंगलुरु, केरल और असम में हैं. वर्ष 2013-14 में प्रणेश का कुल टर्नओवर करीब 46 लाख रुपये रहा. इसमें से उन्हें करीब 18 लाख रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ. इस वर्ष प्रणेश ने 1.2 करोड़ रुपये कमाने का लक्ष्य रखा है.
मिल रहा है व्यवसाय काे विस्तार
पद्मनाभन ने धीरे-धीरे फोटोग्राफी के अलावा वीडियोग्राफी सॉल्यूशंस देने और वेडिंग शूट्स के लिए विशेष स्टूडियो की भी शुरुआत की है. कारोबार के दूसरे साल के बाद से पद्मनाभन ने अपने बढ़ते काम को देखते हुए फ्रीलांसर की सेवाएं लेनी शुरू कीं. उनके लिए अब नौ फुल-टाइम और 16 पार्ट-टाइम फोटोग्राफर्स काम करते हैं. प्रणेश एक वेडिंग के लिए 1.25-1.5 लाख रुपये चार्ज करते हैं.