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22 मार्च को होलिका दहन, 23 को होली
पटना : होली का त्योहार 23 मार्च को मनाया जायेगा. इससे एक दिन पहले यानी 22 मार्च को होलिका दहन किया जायेगा. छोटी होली या होलिका दीपक के नाम से भी मशहूर होलिका-दहन 22 मार्च की रात तीन बज कर 18 मिनट के बाद ही होगा. भद्राकाल होने के कारण इससे पहले होलिका दहन शुभ […]
पटना : होली का त्योहार 23 मार्च को मनाया जायेगा. इससे एक दिन पहले यानी 22 मार्च को होलिका दहन किया जायेगा. छोटी होली या होलिका दीपक के नाम से भी मशहूर होलिका-दहन 22 मार्च की रात तीन बज कर 18 मिनट के बाद ही होगा. भद्राकाल होने के कारण इससे पहले होलिका दहन शुभ नहीं है.
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक सूर्यास्त के बाद प्रदोष के समय, जब पूर्णिमा तिथि व्याप्त हो, तभी होलिका दहन करना चाहिए. भद्रा, जो पूर्णिमा तिथि के पूर्वाद्ध में व्याप्त होती है, उस समय होलिका पूजा व होलिका दहन नहीं करना चाहिये. सभी शुभ कार्य भद्रा में वर्जित हैं. 22 मार्च को भद्रा अवधि-दिन 02:29 से रात्रि 03:18 तक है. इसके बाद ही होलिका दहन किया जायेगा.
भद्रा में होलिका-दहन से अनिष्ट : धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भद्रा मुख में होली दहन करना अनिष्ट का स्वागत करने जैसा है. इसका परिणाम न केवल दहन करनेवाले को बल्कि शहर व देशवासियों को भी भुगतना पड़ सकता है. भद्रा रहित, प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि, होलिका दहन के लिए उत्तम माना जाता है. यदि भद्रा रहित, प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा का अभाव हो. लेकिन, भद्रा मध्य रात्रि से पहले ही समाप्त हो जाये, तो प्रदोष के पश्चात जब भद्रा समाप्त हो, तब होलिका दहन करना चाहिये.
होिलका-दहन भद्रा में नहीं
होलिका-दहन 22 को व होली 23 मार्च को है. होलिका दहन को लेकर कुछ धार्मिक बातों का ख्याल रखा जाता है और भद्राकाल में कभी भी होलिका दहन नहीं करना चाहिए.
प. श्रीपति त्रिपाठी
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