अमरीका ने सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए प्रस्तावों का ख़ाका पेश किया है. इसे चीन का भी समर्थन हासिल है.
सुरक्षा परिषद की बैठक दक्षिण कोरिया, जापान और अमरीका के आग्रह पर बुलाई गई थी ताकि उत्तर कोरिया को हाल में उसके नाभिकीय परीक्षण और रॉकेट प्रक्षेपण के लिए सामूहिक रूप से जवाब दिया जा सके.

इन प्रस्तावों में सबसे अहम है – संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की उत्तर कोरिया आने-जाने वाले कार्गो की निगरानी.
शायद यह पहली बार है जब उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ संयुक्त राष्ट्र इतने कड़े प्रतिबंध लगाने जा रहा है. सुरक्षा परिषद ने कहा है कि प्रतिबंधों का प्रस्ताव जल्द पारित किया जाएगा.
बैठक के बाद अमरीकी प्रतिनिधि समांथा पॉवर ने कहा कि ये प्रतिबंध पिछले 20 साल में सुरक्षा परिषद के लगाए सबसे सख़्त प्रतिबंध होंगे. सप्ताह के अंत में इन पर वोट की संभावना है.

क्या हैं प्रमुख प्रस्तावित प्रतिबंध?
- संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश उत्तर कोरिया जाने वाले सारे माल का निरीक्षण कर सकेंगे.
- उत्तर कोरिया के गैरक़ानूनी माल ले जाने वाले जहाजों को दुनियाभर के बंदरगाहों पर रोका जाएगा.
- छोटे शस्त्रों के निर्यात पर रोक के लिए हथियारों के व्यापार पर प्रतिबंध का दायरा बढ़ाया जाएगा.
- उत्तर कोरिया को रॉकेट ईंधन समेत सभी प्रकार के वायुयान ईंधन का निर्यात प्रतिबंधित किया जाएगा.

समंथा पॉवर के अनुसार अगर प्रतिबंध मंज़ूर हुए तो इससे उत्तर कोरिया को साफ़ और कड़ा संदेश जाएगा.
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