
बुधवार से बांग्लादेश में एशिया कप टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है.
इस टूर्नामेंट के पहले ही मैच में भारत का सामना मेज़बान बांग्लादेश से है.
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही भारत को तब बड़ा झटका लगा जब सोमवार को अभ्यास सत्र के दौरान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पीठ की मांसपेशियों में खिचाव आ गया.
उनकी जगह विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल को बैकअप के तौर पर भेजा गया है.
अगर धोनी फिट नहीं हुए तो उनकी जगह विराट कोहली टीम की कप्तानी करते नज़र आएंगे.
विराट कोहली ने धोनी को लेकर कहा कि वह मध्यम क्रम में बल्लेबाज़ी के स्तंभ हैं. यह चिंता की बात है.
धोनी फिट नहींं हुए तब देखा जाएगा कि पार्थिव पटेल को बल्लेबाज़ी के क्रम में कहां उतारा जाएगा.

विराट कोहली पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के बाद श्रीलंका से हुई टी-20 सिरीज़ में नहीं खेले थे. उन्होंने आराम करना उचित समझा.
विराट ने कहा कि अब अंतराष्ट्रीय स्तर पर एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों से मुक़ाबला करना है.
वैसे भी एशिया कप और टी-20 विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में अलग इरादों के साथ खेलना ज़रूरी है.
विश्व कप से पहले अलग-अलग टीमों के ख़िलाफ खेलने से टीम की कमियों और ताक़त का भी पता चलेगा.

पाकिस्तान और श्रीलंका की बात चलने पर विराट कोहली ने कहा कि टी-20 प्रारूप में कोई भी टीम कमज़ोर या ताक़तवर नहींं होती. किसी भी दिन कोई भी टीम जीत सकती है.
विराट ने आगे कहा कि हम किसी विशेष टीम को बड़े खतरे के रूप में नहीं देख रहे हैं, सभी टीमें समान हैं.
पाकिस्तान को लेकर विराट ने साफ किया कि उनके ख़िलाफ खेलते हुए उन्हें बिलकुल अलग सा कुछ नहीं लगता.
विराट ने कहा, "पाकिस्तान के ख़िलाफ मैच को लेकर काफी बढ़ा-चढ़ाकर बातें की जाती हैं लेकिन मैदान में ऐसा कुछ नहीं होता. लोगों में ज़रूर उत्तेजना होती है कि मैच में क्या होगा. सभी ग्यारह खिलाड़ियों को पता है कि उन्हें क्या करना है और वह कैसे कर सकते हैं."
जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलियाई दौरे की खोज हैं. वह आत्मविश्वास से गेंदबाज़ी करते हैं.
वह अच्छे यार्कर और घीमी गेंद कर सकते हैं. उनका गेंदबाज़ी एक्शन ऐसा है कि अभी अनुमान लगाना मुश्किल है कि वह कैसी गेंद करेंगे.

वहीं मीरपुर के तेज़ विकेट को लेकर टीम के टेक्निकल डायरेक्टर पूर्व कप्तान रवि शास्त्री पहले ही कह चुके हैं कि इससे टीम इंडिया को कोई फर्क नहीं पड़ता.
बांग्लादेश, श्रीलंका या पाकिस्तान कोई भी हो अच्छा क्रिकेट खेलना है, विरोधी तो बदलते रहेंगे भारतीय टीम अपना काम करेगी.
वैसे रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, सुरेश रैना, युवराज सिंह महेंद्र सिंह धोनी के दम पर भारत की बल्लेबाज़ी टीम का मज़बूत पक्ष है.
और गेंदबाज़ी में अनुभवी आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह के अलावा स्पिनर आर अश्विन और रविंद्र जडेजा सभी आत्मविश्वास से भरे हैं.

पिछले छह टी-20 मुक़ाबलों में से पांच भारत ने जीते हैं. ऐसे में बांग्लादेश केवल मुस्तफिज़ुर रहमान के दम पर मैदान में बाज़ी नहीं मार सकता.
उल्लेखनीय है कि मुस्तफिज़ुर रहमान ने पिछले साल अपने ही दम पर बांग्लादेश को एकदिवसीय सिरीज़ 2-1 से जितवा दी थी.
उन्होने पहले मैच में भारत के ख़िलाफ 50 रन देकर पांच और दूसरे मैच में 43 रन पर 6 विकेट लेकर रातोरात शोहरत पाई थी.
भारत उस हार को भूला नहीं है. इसके बावजूद भारत को कप्तान मशरफे मुर्तज़ा, साकिब अल हसन, मुश्फिक़ुर रहीम और महमूदूल्लाह से बच कर चलना होगा.
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