
फ़्रांस और तुर्की ने कहा है कि उत्तरी सीरिया में अस्पतालों पर हो रहे हवाई हमले युद्ध अपराध की श्रेणी में आते हैं.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि स्कूलों और अस्पतालों पर हुए हमलों में 50 लोगों की मौत हो गई है.
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इन हमलों के लिए रूस को दोषी ठहराया. मास्को ने अभी तक इन आरोपों का जवाब नहीं दिया है.
इस बीच, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने सीरिया में युद्ध को ख़त्म किए जाने की योजना पर संदेह जताया है.
पिछले हफ़्ते विश्व शक्तियों ने सीरिया में सीमित संघर्ष विराम की दिशा में काम करने पर सहमति जताई थी.
लेकिन इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रपति असद ने कहा कि इस तरह के संघर्ष विराम का मतलब यह नहीं होगा कि सभी पक्ष अपना हथियार डाल देंगे.
क्या है युद्ध अपराध

- अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून, मरीजों, चिकित्साकर्मियों या अस्पतालों पर किसी भी तरह के हमले पर प्रतिबंध लगाता है और इसके मुताबिक़ युद्ध के नियम के तहत इन क्षेत्रों का सम्मान किया जाना चाहिए.
- अगर इन अस्पतालों में लड़ाके भी शरण लेते हैं तो भी उन पर हमला नहीं किया जाना चाहिए.
- अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय द्वारा स्थापित नियमों के तहत ऐसी किसी भी घटना से भारी तादाद में नागरिकों की मौत हो सकती है जिसे समानता का नियम कहा जाता है.
‘स्पष्ट युद्ध अपराध’

फ़्रांस ने कड़े शब्दों में एमएसएफ़ क्लिनिक पर की गई बमबारी की निंदा की है. फ़्रांस के विदेश मंत्री ज्यां मार्क एरो ने कहा कि इस तरह के हमले ‘युद्ध अपराध’ होते हैं.
तुर्की ने भी इन हमलों को ‘स्पष्ट’ युद्ध अपराध कहा है. हाल के दिनों में तुर्की और रूस के संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं.
विद्रोहियों के ख़िलाफ़ आक्रामक रुख़ करते हुए रूस सीरिया की सरकार का समर्थन कर रहा है. लेकिन रूस का कहना है कि वो केवल चरमपंथियों को ही निशाना बना रहा है.

एक निगरानी समूह सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि कुर्द सेना ने उत्तरी सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों से ताल रिफ़ात शहर को क़ब्जे में ले लिया है.
सीरिया में लगभग पांच सालों से चल रहे युद्ध में 250,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1.1 करोड़ से ज़्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं.
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