
उत्तरी इटली के एक छोटे शहर ओसटाना में साल 1980 के बाद पहली किलकारी गूंजी है.
बीते सप्ताह पाबलो नाम का ये बच्चा तुरिन अस्पताल में पैदा हुआ है.
ला स्टाम्पा अखबार के मुताबिक बेबी पाबलो के पैदा होने पर खूब जश्न है.
शहर के प्रवेश द्वार पर एक सारस का मॉडल बनाया गया है, जिसकी चोंच में एक छोटा नीले रंग का बंडल है.
पाइडमांट क्षेत्र के पहाड़ों के बीच स्थित ओसटाना के मेयर गियाकॉमा लॉमबारडो काफी खुश है.
वह कहते है कि इस छोटे से पहाड़ी समुदाय के लिए इस बच्चे का आना एक सपने के सच होने जैसा है.
बीते सौ सालों में इस छोटे समुदाय की आबादी तेजी से कम होती जा रही है.

इसके आने से शहर के बाशिंदों की संख्या 85 तक पहुंच गई. हालांकि इस समुदाय की केवल आधी आबादी ही इस शहर में स्थाई रूप से रहती है.
मेयर लॉमबारडो कहते है कि 19 वीं सदी के प्रारंभिक दौर में एक हजार लोग ओसटाना को अपना घर कहते थे, मतलब यहां रहते थे.
दूसरे विश्व युद्ध के बाद यहां जन्म-दर में लगातार कमी आनी शुरू हुई. जन्मदर में असली कमी साल 1975 से आनी शुरू हुई थी.
साल 1976 और 1987 के बीच 17 बच्चों का जन्म हुआ. उसके बाद से पाबलो ही पैदा हुआ.
जनसंख्या की कमी से निपटने के प्रयास में ओसटाना विशेषकर नई नौकरियां का सजृन कर रहा है.

पांच साल पहले पाबलो के अभिभावक भी विदेश जाने की योजना बना चुके थे, लेकिन जब उन्हें नजदीकी पहाड़ों में रहने के लिए पनाह मिली तो वो यहीं रूक गए.
दि नेशनल यूनियन ऑफ़ माउंटेन टॉउन्स और कॉम्युनिटिज के मारको बसॉने कहते हैं कि इस परिवार की कहानी अन्य पहाड़ी समुदायों के अच्छे भविष्य की सूचना है.
वह बिजनेस में कर छूट जैसे नए नियम चाहते हैं जो समुदाय को पुर्नजीवित करने में मदद दे.
इटली के छोटे शहर जनसंख्या की कमी से जूझ रहे हैं. युवा लोग काम की तलाश में बाहर चले जाते हैं.
कुछ लोग इस प्रवृति को रोकने के लिए खाली घरों को मुफ्त में देने जैसे प्रयास कर रहे हैं.
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