
पिछले साल अक्तूबर में टॉकटॉक से जो डेटा चोरी हुई वो ब्रिटेन की सबसे बड़ी साइबर चोरियों में से एक है
लंदन की टेलिकॉम कंपनी टॉकटॉक ने इस बात की पुष्टि की है कि भारत में उसके कॉल सेंटर के तीन कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
टॉक टॉक ने बताया कि अपने डेटा सुरक्षा की समीक्षा के बाद ही उन्होंने पुलिस को सूचित किया था.
लेकिन कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस बात के कोई सबूत नहीं है कि जिन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है उनका पिछले साल अक्तूबर में कंपनी में साइबर सुरक्षा को तोड़ने से कोई संबंध है.

इस सुरक्षा को तोड़ कर टॉकटॉक के करीब डेढ़ लाख ग्राहकों के बैंक खाता नंबर जैसे कई ब्यौरे चुरा लिए गए थे.
जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो संदिग्ध सीधे तौर पर टॉकटॉक के लिए काम नहीं करते बल्कि कोलकाता में विप्रो के एक स्थानीय कॉल सेंटर के कर्मचारी हैं.
कंपनी ने कहा, "हम इन मुद्दों को पहचान कर इनसे निपटने के लिए दृढ़संकल्प हैं और हम अपने ग्राहकों की जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों को लगाते रहेंगे."
भारतीय कंपनी विप्रो ने कहा कि डेटा चुराने के मामले में वह ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति का पालन करती है. विप्रो ने कहा, "हम इस मामले में जांचकर्ताओं का पूरा सहयोग करेंगे.
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