
रूस के एक पूर्व जासूस एलेक्जेंडर लित्विनेंको की हत्या को लेकर जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ब्रिटेन और रूस आमने सामने हैं.
ब्रितानी जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि 2006 में लंदन में एलेक्जेंडर लित्विनेंको की हत्या संभवतः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कहने पर हुई थी.
रूस ने जहां इस रिपोर्ट को सिरे से ख़ारिज किया है, वहीं ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि जांच रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि जो ब्रिटेन सोचता था, वह सही था.
उन्होंने कहा, "जो कुछ हुआ वो भयानक था.. रिपोर्ट पुष्टि करती है कि जो हम समझते हैं, और जो पिछली लेबर सरकार समझती थी, वो बिल्कुल सही था. ये हत्या सरकार प्रायोजित थी. हम रिपोर्ट को ध्यान से पढ़ेंगे और हर चीज़ पर ध्यान देंगे..और इसमें कोई शक नहीं है कि इस मुद्दे पर हमारा रुख़ और सख़्त होगा."
लित्विनेंको ने रूस की ख़ुफ़िया एजेंसी केजीबी में पुतिन के साथ काम किया, लेकिन बाद में वो उनके आलोचक बन गए हैं, जिसके बाद उन्हें परिवार समेत ब्रिटेन में शरण लेनी पड़ी.
बात 2006 की है जब लित्विनेंको लंदन के एक होटल में गए, जहां उन्होंने चाय पी और वहां से लौटने के बाद वो बीमार पड़ गए.
जिन बर्तनों में लित्विनेंको को चाय दी गई, वहां से रेडियोधर्मी पदार्थ पोलोनियम 210 के अवेशष मिले, जो एक ज़हर है.
ब्रितानी गृह मंत्री टेरेसा मे ने कहा है कि ये हत्या पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन है.

पुतिन की भूमिका को लेकर इस मामले में शुरू से ही सवाल उठाए जाते रहे हैं
लेकिन रूस ने इस मामले की जांच को पूरी तरह ख़ारिज किया है.
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा, "ये एक छद्म और मनगढंत कानून प्रक्रिया का तार्किक निष्कर्ष है जिसे ब्रितानी अदालत और सरकार ने मिलकर पेश किया है. हम कह सकते हैं कि ये आपराधिक है. इसका शुरू से ही एक मक़सद था और वो था रूस, उसके प्रतिनिधियों और नेतृत्व को कलंकित करना."
रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक एक आपराधिक मामले का पूरी तरह राजनीतिकरण किया गया है जिसका असर दोतरफ़ा रिश्तों पर भी हो सकता है.
वहीं पुतिन के प्रवक्ता ने कहा है कि उनका देश ब्रितानी जांच रिपोर्ट पर अपना जबाव राजनियक माध्यमों से देगा.
ये बहुतप्रतीक्षित जांच रिपोर्ट कहती है कि दो रूसी व्यक्तियों आंद्रे लुगोवोई और दिमित्री कोवतुन ने जानबूझ कर 43 वर्षीय लित्विनेंको को ज़हर दिया था.
इन दोनों में से एक और इस वक्त रूसी सांसद लुगोवोई इस बात को कोरा झूठ करार देते हैं.
दूसरी तरफ, लित्विनेंको की पत्नी और बेटे को उम्मीद है कि सरकार ज़रूरी कदम उठाएगी.
उनके वकील बेन एमरसन ने कहा, "अगर सरकार और प्रधानमंत्री रिपोर्ट के जबाव में कुछ नहीं करते तो ये कायरता होगी. ये अपनी ज़िम्मेदारियों से मुंह मोड़ना होगा, उन ज़िम्मेदारियों से जो राज्य का पहला दायित्व है, यानी अपने लोगों की रक्षा करना."
लेकिन ब्रितानी प्रधानमंत्री कैमरन का कहना है कि उन्हें सीरिया जैसे संकटों के मद्देनजर रूस के साथ संबंध तो रखने ही होंगे, लेकिन इसमें गर्मजोशी नहीं होगी.
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