लाहौर : पाकिस्तान की पुलिस ने वहां एक के मस्जिद के इमाम को लोगों को दुर्भावना से प्रेरित करने और हिंसा भड़काने के आरोप में अरेस्ट कर लिया है. इमाम को गिरफ्तार तब किया गया जब यह पता चला कि इमाम द्वारा एक 15 साल के बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया. बाद में बच्चे ने घर जाकर अपना हाथ काट लिया. शब्बीर अहमद नाम के इमाम पंजाब प्रांत के एक इलाके में लोगों को पैगंबर के बारे में भाषण दे रहा था. उस दौरान उसने लोगों से सवाल पूछा.
पुलिस के मुताबिक अनवर नाम के बच्चे ने सवाल को गलत सुना और अपना हाथ उठा दिया. उसके बाद तथाकथित इमाम ने अनवर पर ईशनिंदा का आरोप जड़ दिया. उसके बाद अनवर ने अपना हाथ काट डाला और उसे धो पोंछकर इमाम को पेश किया. लेकिन इस मामले में चौकाने वाली बात यह है कि इस घटना के बाद अनवर के मां-बाप दुखी होने की वजाय उसकी तारीफ करते फिर रहे हैं. यह घटना लाहौर से 125 किलोमीटर दूर घटी है लेकिन इस घटना के बाद अनवर के गांव वाले भी उसका स्वागत करने में लगे हैं ना कि इमाम को दोष देने में.
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में ईशनिंदा के विवादास्पद मुद्दा बन गया है. और इस तरह की कई घटनाओं की खबरें लगातार आ रही है. मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में ईशनिंदा की परिभाषा कानून में नहीं लिखी हुई है लेकिन सजा के रूप में मौत की बात कही जाती है. इस मामले में भले ही किसी को मौत की सजा ना मिली हो लेकिन इस तरह की घटनायें बढ़ रही हैं.