
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच पर्थ में मंगलवार को खेला जाएगा.
पिछले दौरे में भारत ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सिरीज़ 2-0 से और त्रिकोणीय एकदिवसीय सिरीज़ में अपने सभी मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से हारा था.
उसके बाद भारत विश्व कप क्रिकेट प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में ऑस्टेलिया से हारा था.
लेकिन पिछले दिनों भारत ने पर्थ में ही खेले गए दोनो अभ्यास मैच आसानी से अपने नाम किए थे.
भारत ने पहले ट्वंटी-20 अभ्यास मैच मैच में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया को 74 रन से मात दी.
इसके बाद 50-50 ओवर के एकदिवसीय अभ्यास मैच में भी वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया को 64 रन से हराया.
इन दो जीत से भारतीय टीम का मनोबल ज़रूर बढ़ा होगा, जबकि उसकी असली टक्कर और परिक्षा तो मंगलवार को ही होगी.
भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताक़त उसकी बल्लेबाज़ी ही है.

अभ्यास मैचों में शिखर धवन, विराट कोहली, रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने अपना दम दिखाया है.
इसके बावजूद नही भूलना चाहिए कि अपनी ही ज़मीन पर भारतीय बल्लेबाज़ी दक्षिण अफ्रीका के सामने एकदिवसीय और ट्वंटी-20 सिरीज़ में लडखडाती दिखी थी.
अजिंक्य रहाणे किस नम्बर पर खेलेंगे यह अभी भी तय नही है. महेंद्र सिंह धोनी भी अब पहले जैसे मैच जीताने वाले नही रह गए हैं.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत पर्थ में कितने गेंदबाज़ और कितने बल्लेबाज़ों के साथ मैदान में उतरता है.
गेंदबाज़ी में भारत को तब बड़ा झटका लगा जब तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी चोटिल होकर बाहर हो गए. उनकी जगह भुवनेश्वर कुमार ने ली है.

वैसे पर्थ में इशांत शर्मा, उमेश यादव, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा का खेलना लगभग तय है.
ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर तो भारतीय गेंदबाज़ अपनी लय ही हासिल नही कर सके थे.
विदेशी पिचों ख़ासकर ऑस्ट्रेलिया में आर अश्विन कैसी गेंदबाज़ी करते हैं इस पर भी सबकी नज़रे रहेंगी.
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया अपनी ही पिचों पर सबसे ख़तरनाक टीम मानी जाती है.
कप्तान स्टीव स्मिथ के अलावा खब्बू बल्लेबाज़ डेविड वार्नर किसी भी गेंदबाज़ी की बखियां उधेडने में माहिर हैं.

जॉर्ज बैली, एरोन फिंच, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवैल तो जाने-पहचाने बल्लेबाज़ हैं.
साथ ही जेम्स फॉक्नर भी आखिरी ओवरों में तेज़ी के रन बनाने में माहिर हैं.
भारतीय गेंदबाज़ों को इनसे बचकर रहना होगा. गेंदबाज़ी में स्कॉट बोलैंड जॉएल पेरिस नए नाम हैं.
ऐसे में जोश हैज़लवुड को अपने अनुभव से इन्हे दिशा दिखानी होगी.

महेंद्र सिंह धोनी इससे पहले बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ एकदिवसीय सिरीज़ हार चुके हैं.
ऐसे में उनकी कप्तानी, बल्लेबाज़ी और रणनीति पर भी सबकी पैनी नज़र रहेगी. पहले मैच के बाद दोनो टीमों के असली दमख़म की भी पहचान होगी.
वैसे आकंड़ो में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी ही ज़मीन पर भारत के ख़िलाफ अभी तक 43 मैच खेले हैं जिनमें से वह 31 में उसे जीत मिली है. भारत ने 10 मैच जीते हैं और 2 मैच बेनतीजा रहे.
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