शिया इस्लामी गुट हिज़बुल्लाह का दावा है कि लेबनान के प्रमुख चरमपंथी समीर क़ंतर की सीरिया की राजधानी दमिश्क़ में रॉकेट हमले में मौत हो गई है.
हिज़बुल्लाह ने इस हमले के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है.
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का समर्थन करने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा बल के एक सदस्य ने बताया, ”शनिवार रात को दमिश्क़ के पास ज़ारमाना में इसराइली लड़ाकू विमानों ने एक इमारत को निशाना बनाया और लंबी दूरी की चार मिसाइलों से हमला किया.”
हिज़बुल्लाह सीरिया के युद्ध में राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थन वाली सेना के साथ लड़ रहा है.

इसराइल के निर्माण और आवास मंत्री योव गोलांट ने क़ंतर की मौत का स्वागत करते हुए इसराइल रेडियो पर कहा कि वे इसकी पुष्टी नहीं कर सकते, न ही इससे इनकार कर सकते हैं.
1979 में क़ंतर को 16 साल की उम्र में नाहरिया में एक रिहायशी अपार्टमेन्ट में हमले के मामले में दोषी ठहराया गया था.
इस हमले में दो पुलिस वालों, एक व्यक्ति और उसकी बेटी की मौत हो गई थी.

हिज़बुल्लाह के क़ब्ज़े में दो इसराइली सैनिकों के शवों के बदले में 2008 में क़ंतर को रिहा कर दिया गया था जिसके बाद हिज़बुल्लाह में क़ंतर अहम भूमिका निभा रहे थे.
सितंबर में अमरीका ने क़ंतर को चरमपंथी घोषित कर दिया था.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)