
स्पर्श, आक्रोश, कथा और जाने भी दो यारो जैसी फ़िल्में कर चुके अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि उनका जन्म अलग तरह के सिनेमा के लिए हुआ है.
हालांकि उन्हें लीक से हटकर भूमिकाएं निभाने वाले अभिनेता की छवि बनाने का चाव कभी नहीं था.
लेकिन यह सब उनके द्वारा फ़िल्मों में निभाई गई अलग-अलग भूमिकाओं ने कर दिया. नसीर ने यह सब बातें फ़िल्मकार श्याम बेनेगल के 81वें जन्मदिन पर आयोजित एक कार्यक्रम में कही.

नसीर ने द डर्टी पिक्चर, क्रिश, डेढ़ इश्क़िया और वेलकम बैक सरीखी कई व्यावसायिक फ़िल्में भी की हैं. लेकिन उन्हें ग़ैर-व्यावसायिक और एक गंभीर अभिनेता के रूप में ही जाना जाता है.
लीक से हटकर फ़िल्में करने वाले अभिनेता के बारे में नसीर कहते हैं, ”मुझे नहीं लगता है कि इसका कोई विकल्प मेरे पास है. मेरा मानना है कि जिस तरह की फ़िल्मों से मेरा करियर शुरू हुआ, उन्हीं की वजह से मेरी ऐसी छवि बन गई.”
फ़िल्मों के चुनाव के बारे में कहते हैं कि यह सब जानबूझकर नहीं किया है.

फ़िल्म जगत में अपने असफल ना होने के डर के बारे में नसीर ने कहा, ”इसे आत्मविश्वास कहें या पागलपन, मैं पूरी तरह आश्वस्त हो गया हूं कि मेरा जन्म इसी के लिए हुआ है मेरे अंदर किसी प्रकार का डर नहीं हैं.”
वे अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं कि इन बातों को सोचने का कोई मतलब नहीं है कि यदि असफलता मिली तो क्या होगा.

श्याम बेनेगल के निर्देशन में बनी फ़िल्म ‘निशांत’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले नसीर ने ‘निशांत’ को अपनी सबसे अज़ीज़ फ़िल्म बताई.
नए प्रोजेक्ट्स के बारे में पूछने पर नसीर ने बताया कि वो इन दिनों कोई फ़िल्म नहीं कर रहे हैं, उनका पूरा ध्यान थिएटर पर है.
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