22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जलवायु समझौता आने वाली पीढ़ियों को बचाने के लिए : बान की मून

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पेरिस में हुए जलवायु परिवर्तन समझौतेको ग्रह के लिए एक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी करार देते हुए कहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब विश्व के हर देश ने जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए उत्सर्जन कम करने का संकल्प लिया है. […]

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पेरिस में हुए जलवायु परिवर्तन समझौतेको ग्रह के लिए एक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी करार देते हुए कहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब विश्व के हर देश ने जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए उत्सर्जन कम करने का संकल्प लिया है. बान ने पेरिस में हुए सीओपी 21 सम्मेलन में भाग लेने बाद लौटते समय कल यहां संवाददाताओं से कहाकि विश्व के देशों ने एक ऐतिहासिक चयन किया है.उन्होंने देशों की सरकारों ने अपने संकल्पों को हकीकत में बदलने के लिए कदम उठाने की अपील की.

बान ने कहाकि पेरिस समझौता लोगों की, सबसे हित की और बहुपक्षवाद की जीत है. यह ग्रह की स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी है. बान ने जलवायु समझौते को आने वाली पीढियों को बचाने की खातिर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के जनादेश को बरकरार रखने के लिए गत वर्षों में उठाया गया सबसे महत्वपूर्ण कदम करार दिया और कहा कि देशों ने मौजूदा समय की चुनौतियों को पहचानने के लिए एक होकर काम करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया. उन्होंने कहाकि विश्व के प्रत्येक देश ने जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए उत्सर्जन कम करने, खराब हो चुकी स्थिति से उबरने की कोशिशों को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू स्तर पर काम करने का पहली बार संकल्प लिया है.

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में शनिवार को 195 पक्षों ने शिखर सम्मेलन में दो सप्ताह तक गहन वार्ता के बाद पेरिस समझौता पारित किया. बान ने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक सहयोग के सफल नए दृष्टिकोण का प्रतीक है. इस समझौते में देशों ने स्वीकार किया है कि उनका राष्ट्रीय हित वैश्विक अर्थव्यवस्था को कम उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था में बदलकर सभी के साझे हित के लिए काम करके ही सबसे अच्छी तरह साधा जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह एक सुरक्षित, अधिक स्थायी और समृद्ध भविष्य की वैश्विक चाह में एक निर्णयक मोड़ है. उन्होंने कहाकि यह जीवन की रक्षा करेगा, मानव कल्याण में सुधार करेगा और अधिक शांतिपूर्ण, स्थायी समाजों को प्रोत्साहित करेगा. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने के बाद से ही यह समझौता उनकी शीर्ष प्राथमिकता था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें