पटना : बिहार विधानसभा के लिए दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को होने जा रहा है. इससे ठीक एक दिन पहले चुनाव आयोग के निर्देश पर पटना एयरपोर्ट एवं उसके आसपास के इलाके में लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के पोस्टरों को हटा दिया गया है. गौर हो कि भाजपा के इन पोस्टरों पर नाराजगी जाहिर करते हुए महागंठबंधन की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने कल चुनाव आयोग से मुलाकात इस संबंध में अपना पक्ष रखा था. महागंठबंधन के नेताओं ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया था और पटना एयरपोर्ट से मोदी और अमित शाह के पोस्टरों को हटाने का आग्रह किया था.
महागंठबंधन की ओर से जदयू के महासचिव केसी त्यागी, कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह और राजद के प्रवक्ता मनोज झा के साथ ही जाने-माने वकील केटीएस तुलसी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को इस सिलसिले में ज्ञापन सौंपा था. इसमें एयरपोर्ट के साथ-साथ रेलवे स्टेशन और सरकारी इमारतों से ऐसे पोस्टरों को हटाने को कहा गया था. चुनाव आयोग ने महागंठबंधन की अपील पर सुनवाई करते हुए आज भाजपा के पोस्टरों को हटाने का निर्देश दिया जिसके बाद इन पोस्टरों को हटाया गया है.
पटना एयरपोर्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर एनके चौधरी ने कहा कि परिसर से सभी चुनावी पोस्टर और बैनर हटा दिये गए हैं. उन्होंने कहा कि नियमों के तहत कार्रवाई की गयी है. लेकिन, बिहार चुनाव कार्यालय ने कहा है कि वह एयरपोर्ट प्राधिकार से यह पूछेगा कि पहले इसका पालन क्यों नहीं किया गया. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर लक्ष्मणन ने कहा, हम निश्चित तौर पर पटना हवाई अड्डा प्राधिकरण से पूछेंगे कि चुनावी बैनर और पोस्टर की अनुमति नहीं देने के उनके अपने नियमों का पालन क्यों नहीं किया गया.
बिहार में विधानसभा चुनाव के आगे बढ़ने के साथ एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन राजनीतिक नेताओं के लिए प्रचार के प्रमुख स्थल के रुप में उभरे हैं. नीतीश कुमार भी कई मौकों पर एनडीए नेताओं की ओर से एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और पेट्रोल पंपों का दुरुपयोग किये जाने की बात कह चुके हैं.