पटना: इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान हर तरफ पैसा ही पैसा दिख रहा है. जब जहां देखों बड़ी संख्या में पैसे पकड़ाये जा रहे हैं. इससे यह जाहिर होता है कि चुनाव में पैसे का खेल जमकर होने वाला है और यह चल भी रहा है. पिछले साल 2014 में पूरे लोकसभा चुनाव के […]
पटना: इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान हर तरफ पैसा ही पैसा दिख रहा है. जब जहां देखों बड़ी संख्या में पैसे पकड़ाये जा रहे हैं. इससे यह जाहिर होता है कि चुनाव में पैसे का खेल जमकर होने वाला है और यह चल भी रहा है. पिछले साल 2014 में पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान छह करोड़ रुपये ही जब्त हुए थे. जबकि इस बार विधानसभा चुनाव में आचार संहिता की घोषणा हुए करीब एक महीना ही हुआ है, लेकिन अब तक 12 करोड़ रुपये जब्त किये जा चुके हैं.
चुनाव आयोग ने इतने रुपये को जब्त किया है. इसके अलावा 5-6 करोड़ रुपये ऐसे भी पकड़े गये थे, जो जांच के बाद छोड़ दिये गये. चूकिं ये रुपये बैंकों या एटीएम में डालने के लिए थे. सिर्फ आयकर विभाग ने अब तक 1.5 करोड़ से ज्यादा रुपये को जब्त किया है. जबकि करीब 50 लाख रुपये को जब्त करने की कार्रवाई अभी चल ही रही है.
वहीं, करीब 1-1.5 करोड़ रुपये को जांच के बाद पैसे का हिसाब सही मिलने के कारण आयकर विभाग इन्हें छोड़ चुका है. विभिन्न जिलों में पुलिस ने 1.29 करोड़ ऐसे जब्त किये हैं, जिसका कोई हिसाब नहीं है. ये रुपये पूरी तरह से अवैध हैं. छह करोड़ रुपये ऐसे हैं, जो विभिन्न जिलों में पड़े हुए हैं. इनकी जांच चल रही है. इन रुपयों की सत्यता अभी तक उजागर नहीं हुई है. इसके बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि ये रुपये एक नंबर के है या अवैध हैं.
इस चुनाव में पैसे की जबरदस्त आवाजाही के बीच नकली नोटों को खपाने की भी पूरजोर कोशिश चल रही है. धंधेबाजों का एक बड़ा रैकेट चुनाव में ब्लैकमनी की आड़ में नकली नोटों को बाजार में खपाने में लगा हुआ है. इसी का नतीजा है कि अब तक करीब 20 लाख रुपये के नकली नोट पुलिस जब्त कर चुकी है. पटना, मुजफ्फरपुर जैसे बड़े शहरों के बाजारों में इसके धंधेबाज इन्हें खपाने की फिराक में ज्यादा लगे हुए हैं. सीमावर्ती जिलों में नकली नोटों का चल भी काफी तेजी से बढ़ा है. हालांकि इन जिलों में नकली नोटों के मामले पहले से भी देखे गये हैं.