
कांग्रेस के 25 लोकसभा सांसदों के निलंबन को पार्टी ने ‘लोकतंत्र की हत्या’ क़रार दिया है.
सोमवार के लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आदेश के विरोध में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों और वरिष्ठ नेताओं ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया.
महात्मा गांधी की मूर्ति के पास कांग्रेसी नेताओं ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया.
इस मौक़े पर सोनिया गांधी ने कहा कि संसद को चलाना सरकार की ड्यूटी बनती है और आज लोकतंत्र की हत्या हो रही है.
‘हिंदुस्तान के मन की बात’

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो 25 सांसदों के साथ किया जा रहा है, वह पूरे भारत में किया जा रहा है.
राहुल का कहना था, ”हम इनके सामने ज़मीन के मुद्दे पर खड़े हुए और इन्होंने कई धमकियां दी. लेकिन फिर भाग गए. हम प्रेशर कम नहीं करेंगे, संसद में घेरेंगे, चाहे हम सभी को संसद से उठाकर फेंक दें.”
राहुल ने आगे कहा कि व्यापम घोटाले ने हज़ारों युवाओं के भविष्य को नष्ट कर दिया है.
राहुल ने एक बार फिर इस बात को दोहराया कि विेदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ललित मोदी मामले में क़ानून तोड़ा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए राहुल ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी को मन की बात करने की उनकी आदत है, हिंदुस्तान के मन की बात भी सुन लें एक बार.”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा निलंबन करना समस्या का समाधान नहीं है.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने स्पीकर से भद्दा काम करवाया है.
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