वियना : विश्व शक्तियों और ईरान के बीच परमाणु वार्ता आज 17वें और संभवत: आखिरी दौर में पहुंच गई. अंतरिम करार से पहले राजनयिक ब्यौरे को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं. अस्थायी समझौते की मियाद वियना में आज रात खत्म होने वाली है. ऐसे में राजनयिकों ने कहा कि वे आखिरी समझौते को अंतिम रूप देने और इसकी घोषणा करने की योजना बना रहे हैं. इसके साथ ही राजनयिकों ने आगाह किया कि अभी कोई गारंटी नहीं है क्योंकि कई मुद्दे अभी अनसुलझे हैं.
मौजूदा दौर की बातचीत पहले ही तीन बार आगे बढाई जा चुकी है और राजनयिकों ने कहा कि चौथी बार इसको आगे बढाए जाने की संभावना बहुत कम है. ईरान के विदेश उप मंत्री अब्बास अगाची ने वियना में संवाददाताओं से कहा कि बातचीत आखिरी दौर में है, लेकिन अभी कुछ मुद्दे पर हैं. ब्रसेल्स में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद ने कहा कि बातचीत में शामिल समझौते के निकट हैं, लेकिन अंतर बरकरार है.
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, ‘बातचीत को समाधान तक ले जाने के लिए विदेश मंत्री एकत्र हुए हैं. हमारा मानना है कि आगे विलंब नहीं होगा.’ वार्ता का उद्देश्य ऐसे समझौते तक पहुंचना है जिससे ईरान की परमाणु गतिविधियों पर लगाम लगे और उसके लिए परमाणु बम का विकास करना बेहद मुश्किल हो जाए.
बदले में ईरान को कडे प्रतिबंधों से धीरे-धीरे राहत दी जाएगी. हालांकि छह विश्व शक्तियां (सुरक्षा परिषद के पांच स्थानीय सदस्य और जर्मनी) ईरान के समझौते का उल्लंघन करने पर प्रतिबंध दोबारा लगाने के विकल्प पर जोर दे रही हैं.