वाशिंगटन : अमेरिका और क्यूबा ने वाशिंगटन और हवाना में दूतावास खोलने के लिए समझौता किया है. शीत युद्ध के समय से चली आ रही दशकों पुरानी दुश्मनी को खत्म करने की दिशा में इसे एक बडा कदम माना जा रहा है. अमेरिकी सूत्रों ने कल बताया, ‘हम कल औपचारिक रुप से घोषणा करेंगे कि अमेरिका और क्यूबा के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध फिर से स्थापित करने और एक-दूसरे की राजधानियों में दूतावास स्थापित करने के लिए समझौता हुआ है.’
उम्मीद है कि बराक ओबामा सार्वजनिक तौर पर समझौते की घोषणा करेंगे. उनके राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान की बडी विदेश नीति उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध पांच दशकों तक टूटा रहा. सहयोगियों द्वारा 18 महीने तक चली गुप्त वार्ताओं के बाद ओबामा और क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो दिसंबर में संबंध फिर से बनाने के लिए सहमत हुए थे.
स्वास्थ्य अधिकारी शुरुआत में ही प्रसव पूर्व देखभाल, गर्भवती महिलाओं और उनके साथियों का एचआइवी संक्रमण का परीक्षण, सकारात्मक पाये जाने पर महिलाओं और उनके बच्चों का उपचार, सीजेरियन प्रसव और स्तनपान के विकल्प आदि को सुनिश्चित करने के लिए क्यूबा में 2010 से काम कर रहे हैं. पाहो की निदेशक कैरिसा एटीने ने कहा, ‘क्यूबा की सफलता दर्शाती है कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और सार्वजनिक पहुंच संभव है और यह वास्तव में एचआइवी जैसी बडी चुनौतियों के खिलाफ भी सफलता की कुंजी है.’
एचआइवी से संक्रमित 10 लाख 40 हजार महिलाएं प्रतिवर्ष गर्भवती होती हैं और उनका उपचार नहीं किया जाता. उनसे गर्भधारण, प्रसव या स्तनपान के दौरान बच्चे को होने वाले संक्रमण का 15 से 45 प्रतिशत खतरा होता है लेकिन यदि मां और बच्चा दोनों को एंटीरेट्रोवायरल दवाएं दी जाएं तो संक्रमण का खतरा केवल एक प्रतिशत से थोडा अधिक रह जाता है.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि 2009 में चार लाख बच्चे ऐसे पैदा हुए थे जो एचआईवी से संक्रमित थे. वर्ष 2013 में यह संख्या कम होकर दो लाख 40 हजार हो गई लेकिन 2015 तक यह संख्या कम करके 40,000 से कम का वैश्विक लक्ष्य हासिल करने के लिए काफी प्रयास करने की आवश्यकता है.