फोटोग्राफी की दुनिया रोमांच से भरपूर है. इसमें एक ओर कल्पनाओं की उड़ान है तो दूसरी ओर जोखिम और संघर्ष भी. अब तक इस क्षेत्र में पुरुषों का वर्चस्व रहा है लेकिन अब महिलाएं भी पूरे आत्मविश्वास के साथ इस क्षेत्र में तेजी से पांव जमा रही हैं. जमशेदपुर शहर (सोनारी) की सोनल अग्रवाल ऐसी ही जुनूनी महिला फोटो ग्राफर हैं, जिन्होंने अपने बचपन के शौक को अपने प्रोफेशन के रूप में अपनाया और आज एक सफल फोटोग्राफर के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं.
जमशेदपुर: बकौल सोनानी : शुरुआती दौर में मैं शौकिया तौर पर तसवीरें खींचती थी. तसवीरें खींच कर खुद रोमांचित होती और परिवार के सदस्यों को दिखाती. मुङो महसूस हुआ कि औरों से मैं बेहतर एंगल से तसवीरें उतारती हूं. कोई भी आयोजन (शादी-विवाह, पार्टी व अन्य इवेंट) होता मैं खुद अपना शौक पूरा करने के लिए कैमरे साथ लेकर जाती. बाद में फेसबुक में प्रोफेशनल फोटोग्राफर के रूप में जुड़ी. अपनी फोटोग्राफी की प्रोफाइल को जोड़ा. देश के कोने-कोने से लोगों ने संपर्क किया और मैं एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर बन गयी.
हालांकि, एक दायरे में ही फोटोग्राफी करने को खुद को मैं ने खुद को बांधे रखा. अब तक अहमदाबाद, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद के अलावा अन्य शहरों से मिले ऑर्डर पर फोटोग्राफी कर चुकी हूं. मेरे पापा बिजनेस मेन हैं. वह चाहते हैं कि आगे चल कर मैं उनके बिजनेस को संभालूं. पापा की सोच गलत नहीं है. मैं उनके सपनों को अधूरा नहीं छोड़ सकती. फोटोग्राफी मेरा शौक है इस क्षेत्र में मैंने कुछ कदम आगे बढ़ाये हैं. आनेवाले दिनों में मैं इसे इंडस्ट्री के रूप में उभारना चाहती हूं, ताकि पापा के सपनों को पूरा कर बिजनेस वूमेन के रूप में अपनी पहचान बना सकूं.
पिछले दो सालों से प्रोफेशनल तौर पर फोटोग्राफी कर रही हूं. इस पेशे में एक-एक कदम चुनौती भरा होता है. खास कर जब किसी के एक कॉल या फेस बुक पर आये ऑर्डर पर अपने परिवार व शहर को छोड़ कर अकेले उस ऑर्डर को पूरा करने के लिए निकलती हूं. मेरे बनाये पोर्ट फोलियो लोगों को खूब पसंद आते हैं. मेरे सपने अभी भी अधूरे हैं. यह तब पूरे होंगे, जब मैं इंडिया लेवल की फोटोग्राफर बन जाऊंगी और फोटोग्राफी इंडस्ट्री की शुरुआत कर लूंगी. जहां फोटोग्राफी सीखने के साथ-साथ लोग इस प्रोफेशन से जुड़ पायेंगे.
सोनल का संक्षिप्त परिचय
सेक्रेट हार्ट से स्कूल की पढ़ाई की. आगे की पढ़ाई मुंबई में हुई
तीन बहन हैं. दो की शादी हो चुकी है. एक बहन सोनल के प्रोफेशन में सहयोगी
पिता लालचंद अग्रवाल उद्योगपति है. समाज सेवा से भी है जुड़ाव. मां ओमलता अग्रवाल गृहिणी है
मारवाड़ी परिवार से होने के कारण इस प्रोफेशन के रूप में अपनाने पर थोड़ी परेशानी हुई
फोटोग्राफी के साथ-साथ फोटो को देती है नया लुक
कैंडिड व फाइन आर्ट फोटोग्राफी करती है. शहर में एएसएल मोटर से जुड़े गोयल परिवार, होटल सोनेट, व छगनलाल ज्वेलरी जैसे ब्रांड की फोटोग्राफी की है
फोटोग्राफी की दुनिया में खुद को ही आदर्श मानती है
किसी संस्था से पुरस्कार नहीं मिला लेकिन लोगों से काफी प्रशंसा मिली
महिलाओं को फोटोग्राफी के क्षेत्र में आना चाहिए.
कुछ अलग कर लोगों के सामने पेश करें निश्चित तौर पर आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे