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हमेशा एक्सपायरी डेट देख कर ही सामान खरीदना चाहिए

वीणा श्रीवास्तवलेखिका व कवयित्री सभी बच्चे बाजार गये और गणपति भगवान की प्यारी-सी मूर्ति खरीद कर लाये. धूमधाम से पूजा हुई. अगले ही दिन पूजा करके उनको विसजिर्त किया गया. विसर्जन कर घर के बच्चे दुखी हो गये. झरना ने मां से पूछा कि इतनी जल्दी भगवान जी को क्यों ले जा रहे हैं? कल […]

वीणा श्रीवास्तव
लेखिका व कवयित्री

सभी बच्चे बाजार गये और गणपति भगवान की प्यारी-सी मूर्ति खरीद कर लाये. धूमधाम से पूजा हुई. अगले ही दिन पूजा करके उनको विसजिर्त किया गया. विसर्जन कर घर के बच्चे दुखी हो गये. झरना ने मां से पूछा कि इतनी जल्दी भगवान जी को क्यों ले जा रहे हैं? कल ही तो लाये हैं और आज ले जा रहे हैं. मम्मी, एक दिन तो उन्हें रोक सकते हैं.

नहीं झरना, आज के दिन पूजा करने के बाद उनको विसजिर्त किया जाता है. नीला ने समझाया. तभी शारदा देवी ने कहा अगर वो जायेंगे नहीं तो अगले साल फिर दोबारा कैसे आयेंगे? इसलिए हमें उनकी विदाई अच्छे मन से करनी चाहिए. विसर्जन हो चुका था. सभी बच्चे को उदास देख कर शारदा देवी ने कहा पायल बहू, तुम बच्चों को मॉल घूमा आओ. रिमझिम भी दो दिनों के बाद अपने हॉस्टल चली जायेगी, इसलिए तुम सबको मॉल ले जाओ. जरूरत की चीजें दिलवा लाओ. सब खुश हो गये.

मॉल में सबने अपनी-अपनी फरमाइश शुरू कर दी. तभी वंशिका और झरना ने कहा देखो चाची जूस पर ऑफर है. बाइ वन गेट वन फ्री. अच्छा! कह कर पायल ने जूस के डिब्बों को उलट-पलट कर देखा. फिर कहा नहीं बेटा, हम यह जूस नहीं खरीद सकते. 12 वर्ष की वंशिका ने कहा क्यों चाची, जूस तो हम लोग पीते ही हैं और अभी तो एक के साथ एक फ्री मिल रहा है. क्यों न इस ऑफर का फायदा उठाया जाए? नहीं बेटा, बात ऑफर का फायदा उठाने की नहीं है, बल्किअपनी जरूरत व खाद्य पदार्थो की एक्सपायरी डेट देखने की है. पायल ने कहा. वो क्या होती है चाची? नौ वर्षीय झरना ने पूछा. घर चल कर सबको अच्छी तरह से समझाऊंगी. अच्छा, एक बात का जवाब दो. सबके घरों में खाना बनता है वो कब तक खाने लायक रहता है. पायल ने पूछा.

वंशिका ने कहा कि वो तो एक दिन में खराब हो जाता है और फ्रि ज में भी बहुत दिनों तक नहीं रख सकते. मन नहीं करता खाने का. ठीक कहा वंशिका तुमने. ऐसे ही जब बाजार में कोई खाद्य पदार्थ बनता और पैक होता है, तो पैकेट पर उस खाद्य पदार्थ के बनने और खराब होने की तारीख अंकित होती है, मतलब एक्सपायरी डेट लिखी होती है. इसका मतलब है कि निर्धारित तिथि के बाद उसको प्रयोग करने पर हम बीमार पड़ सकते हैं.

उस तिथि के बाद प्रयोग करने पर खाद्य सामग्री बनानेवाला भी जिम्मेदार नहीं होता, क्योंकि उसने तो एक्सपायरी तारीख पैकेट पर लिखी होती है, इसलिए हमेशा एक्सपायरी तिथि देख कर ही सामान खरीदना चाहिए. जब विक्रे ता को लगता है कि सामान की एक्सपायरी तिथि आनेवाली है, तो जल्दी सामान बिकने के लिए वो ऑफर देता है. क्योंकि उनका सामान वैसे भी एक निश्चित तारीख के बाद बेकार ही हो जायेगा. ऑफर के चक्कर में लोग ज्यादा खरीद लेते हैं. ज्यादा मात्र में खरीदने पर वो प्रयोग नहीं हो पाता और बेकार हो जाता है. इसलिए हमें हमेशा एक्सपायरी डेट देख कर ही सामान खरीदना चाहिए. समझें बच्चों?

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