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मेडिकल साइंस की अनोखी घटना: दो वर्ष तीन माह की उम्र में ही वयस्क हो गया है सैफ
चक्रधरपुर/रांची: दो वर्ष तीन माह के सैफ अली की शारीरिक संरचना वयस्कों जैसी हो गयी है. अंदरू नी ताकत, अत्यधिक भोजन, मूंछ और बाल. सबकुछ वयस्कों जैसा. इस अचरज भरी मेडिकल साइंस की घटना से डॉक्टर चकित हैं और बच्चे के मां-बाप परेशान. चक्रधरपुर के बंगलाटांड़ निवासी अफसर हुसैन बक्सा बनाने वाले मिस्त्री हैं और […]
चक्रधरपुर/रांची: दो वर्ष तीन माह के सैफ अली की शारीरिक संरचना वयस्कों जैसी हो गयी है. अंदरू नी ताकत, अत्यधिक भोजन, मूंछ और बाल. सबकुछ वयस्कों जैसा. इस अचरज भरी मेडिकल साइंस की घटना से डॉक्टर चकित हैं और बच्चे के मां-बाप परेशान.
चक्रधरपुर के बंगलाटांड़ निवासी अफसर हुसैन बक्सा बनाने वाले मिस्त्री हैं और उनकी पत्नी जुबैदा बेगम गृहिणी. अफसर को दो संतानें हैं बेटी और बेटा. बेटी सामान्य लड़कियों की तरह है लेकिन 15 फरवरी 2013 को अर्थात दो वर्ष तीन माह पूर्व जन्मे अपने पुत्र सैफ को लेकर अफसर हुसैन की परेशानी इन दिनों बढ़ गयी है. सैफ का जन्म सामान्य बच्चों की तरह ही हुआ था अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर में. जन्म के करीब नौ महीने तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन उसके बाद सैफ अली में अचानक कई बदलाव आने लगे. उसका कद और शारीरिक संरचना अचानक बढ़ने लगी. जिस्म में ताकत आ गयी. बहन बड़ी है, लेकिन सैफ उससे भी लंबा चौड़ा हो गया. उसका वजन और लंबाई भी तेजी से बढ़ रही है. पिता के मुताबिक राउरकेला में चिकित्सकों को दिखाया गया. शुरू में चिकित्सकों ने कहा स्वत: ठीक हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आइजीएच अस्पताल राउरकेला में दिखाये जाने पर चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया है, लेकिन पिता के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह अपने बेटे का इलाज करा सके.
कंट्रोल करना मुश्किल : सैफ की मां जुबैदा बताती हैं कि बच्चे में इतनी ताकत आ जाती है कि उसे संभाल पाना मुश्किल हो जाता है. अपने से काफी बड़े बच्चों को यदि वह धक्का देता है, तो बच्च दूर जा गिरता है. सैफ को गुस्सा भी बहुत आता है. गुस्से की हालत में वह कंट्रोल से बाहर हो जाता है. भोजन भी अधिक करता है.
मेल सेक्स हारमोन बढ़ने से परेशान है सैफ अली
इस तरह का मामला हारमोलन इंबैलेंस के कारण होता है. वैसे नौ से दस साल की उम्र में तो ऐसे मामले पाये जाते हैं, लेकिन दो साल में ऐसा केस अजूबा है. इसमें मेल सेक्स हारमोन का ज्यादा होना कारण है जबकि यह संभव है कि पिटुटेरी ग्लैंड का टय़ूमर या हाइपोथेलमस का टय़ूमर ब्रेन में होने से भी यह संभव है. एडरेनल ग्लैंड का टय़ूमर पेट के आसपास होने से भी यह संभव है जबकि काफी विपरीत परिस्थितियों में लंग्स में एडरेनल टिस्यू का डिफेक्टिव डेवलमेंट हो जाता है. इस कारण भी यह संभव है.
-डॉ केके चौधरी, बाल रोग विशेषज्ञ, जमशेदपुर (डॉ चौधरी बाल रोग विशेषज्ञों की संस्था पेडियेट्रिक एसोसिएशन के अध्यक्ष भी है. )
सैफ की मेडिकल रिपोर्ट
26 मई 2015 को सैफ अली को रोगी कल्याण समिति राउरकेला सरकारी अस्पताल में दिखाया गया था, जहां जांचोपरांत रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चे की आयु 2 वर्ष है. ऊंचाई 95 सेंटीमीटर, वजन 15 किलोग्राम है. शरीर और लिंग तेजी से बढ़ रहा है. वर्तमान में स्टेज 3 व 4 है. एससीबीएमसी इंडोक्रानोलोजी डिपार्टमेंट में इलाज के लिए रेफर किया गया है.
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