मैं 20 वर्षीय छात्र हूं. मैं रात में नींद के दौरान अचानक बेहोश हो जाता हूं. उस समय मुङो उलटी भी होती है. जब सुबह उठता हूं, तो पीठ व शरीर में बहुत दर्द होता है. ठीक से चल भी नहीं पाता हूं. कभी-कभी आंखों में अंधेरा छा जाता है. उसके बाद ठीक होने पर सिर दर्द होता है. सबसे पहले 2008 में मुङो बेहोशी आयी थी. उसके बाद 15-16 महीनों के बाद इस तरह की घटना हुई. अभी तक तीन बार मैं बेहोश हो चुका हूं. मुङो डर है कि कहीं मैं दिल का मरीज तो नहीं हूं. सलाह दीजिए.
– दिलीप, जमशेदपुर
आपके लक्षणों से प्रतीत होता है कि आपको किसी प्रकार का मस्तिष्क रोग(मिरगी) है. किसी न्यूरोचिकित्सक की सलाह लें, तो बेहतर होगा.
मेरी उम्र 20 वर्ष है. कुछ दिनों पहले मुङो अचानक बदन व सिर में दर्द होने लगा, फीवर भी तेज आ गया. डॉक्टर से चेक अप कराने के बाद पता चला कि मुङो टाइफाइड है. कुछ दिनों तक दवा खाया, तो दर्द कम हो गया, लेकिन अब कुछ भी खाता हूं, तो उलटी हो जाती है. रोटी-चावल तो खाया नहीं जाता. फ्रूट्स खाने से भी उलटी हो जाती है. कृपया इसका समाधान बताइए?
-अशरफ अली, भागलपुर, बिहार
टाइफाइड बुखार का इलाज कम-से-कम दो से तीन हफ्ते चलता है. ये सारे लक्षण पूरा इलाज करने पर ठीक हो जायेंगे.
मेरी उम्र 21 वर्ष है. अचानक मैं बेहोश हो जाती हूं. नाक से अजीब टाइप का गंध आता है. डॉक्टर से दिखाया, तो डॉक्टर ने कहा माइग्रेन है, जबकि सीटी स्कैन में सबकुछ नॉर्मल था. हालात यह है कि महीने में छह-सात बार ऐसी स्थिति हो जाती है?
– सदह फातमी, पटना सिटी
यह माइग्रेन भी हो सकता है और ‘एक्यूट पेनिक अटैक’ भी हो सकता है किसी चिकित्सक की सलाह लें.
मेरी उम्र 26 वर्ष है. मुङो खाना खाते समय थोड़ी ही देर बाद अंदर से उलटी महसूस होने लगती है. इसे दबा लिया तो ठीक है, नहीं तो खाना बाहर आ जाता है. कृपया सलाह दें.
– संजय कुमार, खगौल रोड, पटना
आप अपना लीवर चेकअप व एंडोस्कोपी करवाएं. रोग का पता लग जायेगा.
मेरी मां की उम्र 55 वर्ष है. कुछ दिनों से उनके दोनों घुटनों में दर्द रहने लगा है. डॉक्टर से दिखाया, तो कहा कि महिलाओं को इस उम्र इस तरह के प्रॉब्लम होते हैं. घबराने की जरूरत नहीं हैं. मेरे खानदान में किसी को इस तरह के रोग नहीं हैं. कभी-कभी मां दर्द से इतना कराह उठती हैं कि मुङो डर लगने लगता है. कृपया सलाह दें.
मनतोष सिन्हा, कोडरमा
इस रोग को ‘ऑस्टियोआर्थराइटिस’ कहते हैं. यह रोग आनुवांशिक नहीं होता है. महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ यह रोग होता है. हड्डी रोग विषेषज्ञ की सलाह लें.