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पहल : ..ताकि सीए कर के भटकना न पड़े

सीए पेशेवरों को नौकरी से जोड़ता ‘सीए जॉब पोर्टल डॉट कॉम’ हमारे देश में हर साल आठ से दस हजार लोग सीए (चार्टर्ड अकाउंटैंट) की परीक्षा पास कर निकलते हैं. लेकिन इनमें से केवल 10-15 प्रतिशत को ही उनकी दक्षता के हिसाब से नौकरी मिल पाती है. ‘सीए जॉब पोर्टल डॉट कॉम’ लांच कर इसी […]

सीए पेशेवरों को नौकरी से जोड़ता ‘सीए जॉब पोर्टल डॉट कॉम’

हमारे देश में हर साल आठ से दस हजार लोग सीए (चार्टर्ड अकाउंटैंट) की परीक्षा पास कर निकलते हैं. लेकिन इनमें से केवल 10-15 प्रतिशत को ही उनकी दक्षता के हिसाब से नौकरी मिल पाती है. ‘सीए जॉब पोर्टल डॉट कॉम’ लांच कर इसी का समाधान निकालने का प्रयास किया है अनुराग सिंघल ने, जो खुद भी एक सीए हैं. सीए के लिए देश के इस पहले जॉब पोर्टल के बारे में आइए जानें तफसील से.

भारत में जहां एक नये आइआएम ग्रेजुएट को औसतन 20 लाख रुपये का सालाना पैकेज मिलता है, वहीं चार्टर्ड एकाउंटेंट की पढ़ाई खत्म करने के फौरन बाद ढंग की नौकरी तो दूर, अच्छी जगह से इंटर्नशिप करने का मौका तक मिलना मुश्किल होता है.

इसी मुश्किल का हल निकालने की कोशिश में आइआइएम अहमदाबाद से पोस्ट ग्रेजुएट अनुराग सिंघल ने ‘सीए जॉब पोर्टल डॉट कॉम’ के नाम से एक कैरियर पोर्टल शुरू किया है. देश में अपनी तरह के इस पहले पोर्टल पर हर तरह की प्रोफाइल वाले सीए प्रोफेशनलों के लिए रोजगार के अवसरों का ब्योरा मौजूद है. किस कंपनी में कितनी वैकेंसी है, कैसे सीए उम्मीदवारों की आवश्यकता है.. इन सबकी पूरी जानकारी ‘सीए जॉब पोर्टल’ पर आसानी से मिल जाती है.

30 वर्षीय अनुराग आगे चल कर इस प्रोजेक्ट के तहत सीए पेशेवरों और वाणिज्य स्नातकों को मौजूदा बाजार के अनुरूप प्रशिक्षित करने की योजना भी रखते हैं, जिससे कि उन्हें अच्छा रोजगार पाने में कोई दिक्कत नहीं हो.

वर्ष 2007 में इंस्टीटय़ूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से सीए की परीक्षा पास करनेवाले अनुराग ने देश में 22वां रैंक हासिल किया था. उसके बाद उन्होंने डेलॉइट, आइटीसी, टाटा स्टील और आदित्य बिड़ला ग्रुप जैसी कंपनियों में काम किया. अभी कोलकाता स्थित एक बड़ी कंपनी में चार्टर्ड अकाउंटेंट का काम कर रहे अनुराग के इस पोर्टल को संभालने का जिम्मा पांच लोगों की एक टीम पर है. इसमें उनकी पत्नी सोनिया सिंघल और बहन नीतिका अग्रवाल भी शामिल हैं. ये दोनों भी पेशे से सीए हैं और मुंबई में रहती हैं.

इस पोर्टल को शुरू करने का मकसद बताते हुए अनुराग कहते हैं कि इस इंडस्ट्री में साढ़े आठ सालों से काम के दौरान मैंने यह चीज जानी है कि यहां नौकरी मिलना कठिन होता है और मिल भी जाये तो आपको कंपनी की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, फिर भी अच्छे पैसे नहीं मिलते.

अनुराग आगे बताते हैं कि वित्तीय पेशेवरों को भरती करने और इस इंडस्ट्री की जरूरतों को समझने वाली एजेंसियां देश में न के बराबर हैं. ऐसे में सीए अंतिम वर्ष की परीक्षा पास करने के बाद छात्रों को नौकरी के लिए यहां-वहां भटकना पड़ता है. कई को बेहतर नौकरी पाने में तो बरसों लग जाते हैं.

अनुराग बताते हैं कि मैंने इस बारे में काफी रिसर्च किया और इस बात का पता लगाया कि वित्तीय पेशेवरों को रोजगार की दृष्टि से प्रशिक्षण देने और जरूरी मार्गदर्शन के लिए बाजार में काफी संभावनाएं हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने अगस्त 2013 में ‘सीए जॉब पोर्टल डॉट कॉम’ की शुरुआत की.

यह सीए और वित्तीय स्नातकों के लिए बना अपनी तरह का पहला पोर्टल है. ब्लॉग के प्रारूप में मौजूद इस पोर्टल पर विभिन्न वेबसाइटों से वित्तीय पेशेवरों के लिए निकली जगहों को इकट्ठा कर उसे प्रकाशित किया जाता था. अनुराग कहते हैं कि शुरू में उनका मकसद बस नये पेशेवरों को रोजगार पाने में मदद करना भर था, लेकिन अप्रैल 2014 में एग्जिक्यूटिव एमबीए के लिए वह आइआइएम अहमदाबाद गये, जहां के शिक्षकों और वरिष्ठ सीए पेशेवरों ने उन्हें अपने इस ब्लॉगनुमा जॉब पोर्टल को पूर्ण-रूपेण करियर वेबसाइट का रूप देने की सलाह दी.

आज अनुराग के पोर्टल के अलग-अलग खंडों- सीए इंटर्नशिप्स, फुल टाइम जॉब्स और कॉमर्स ग्रेजुएट्स, में 20 हजार से अधिक यूजर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन यह वेबसाइट उनसे कोई पैसा चार्ज नहीं करती. वह बताते हैं कि उनकी वेबसाइट की सेवाएं लेनेवालों में टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एयरटेल जैसे देश-विदेश के जाने-माने कॉरपोरेशन शामिल हैं. ये कंपनियां पांच करोड़ रुपये तक की सीटीसी ऑफर करती हैं. ‘सीए जॉब पोर्टल’ इन कंपनियों को उनकी जरूरत के हिसाब से अपने यहां पंजीकृत उम्मीवारों का सीवी भेजता है. बात बन जाने पर नियोक्ता कंपनी इस कैरियर पोर्टल को सीटीसी के आधार पर भुगतान करती है.

भविष्य की योजनाओं पर बात करते हुए अनुराग बताते हैं कि वह अपने नव-उद्यम को जाने-माने वित्तीय संगठनों और संस्थानों के साथ जोड़ कर एकाउंटिंग, कराधान, वित्तीय प्रबंधन, कॉस्टिंग, जरूरी संवाद कौशल सहित विभिन्न क्षेत्रों में ई-लर्निग सर्टिफिकेशन कार्यक्रम शुरू करना चाहते हैं, जिनसे जुड़ कर सीए, सीएस या अन्य वाणिज्य स्नातक अपना सीवी ज्यादा दमदार बना सकें और उन्हें नौकरी पाने में आसानी हो. इसके अलावा, वह अपने पोर्टल पर दो और खंड जोड़ना चाहते हैं, जिसमें सेवानिवृत्त और महिला सीए पेशेवरों के लिए घर बैठे काम करने की आजादी हो.

(इनपुट: रेडिफ)

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