वाशिंगटन: तलाक के लिए कोर्ट के चक्कर काटते फिरना तो आपने देखा होगा, लेकिन महज एक फेसबुक मैसेज के जरिये तलाक थोड़ा अजीब है. हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें फेसबुक मैसेज के जरिये एक महिला ने अपने पति को तलाक के लीगल पेपर भेजे. एक अंगरेजी साइट की खबर के मुताबिक मैनहटन सुप्रीम कोर्ट के जज मैथ्यू कूपर ने एलानोरा बैडू नाम की एक नर्स को फेसबुक मैसेज के जरिये अपने पति को तलाक के पेपर भेजने की इजाजत दी.
इसके लिए बैडू के वकील ने उनके पति विक्टर सेना ब्लड-जरकू को बैडू के फेसबुक अकाउंट से निजी मैसेज के जरिये तलाक के पेपर भेजे. उन्होंने बताया कि ये संप्रेक्षण लगातार तीन हफ्तों तक हफ्ते में एक बार बैडू के पति को भेजा गया, जब तक उन्होंने इसे स्वीकार नहीं कर लिया. बैडू के वकील एंड्रयू स्पिनेल ने बताया कि यह एक नया कानून है और यह जरूरी है.
तलाक नहीं लेना चाहता था पति : वकील ने बताया कि 2009 में उनकी क्लाइंट बैडू की ब्लड-जरकू से एक सिविल समारोह में शादी हुई थी, लेकिन दोनों के रिश्तों में तब कड़वाहट आने लगी जब ब्लड-जरकू बैडू से परंपरागत घानानियन (घाना) तरीके से शादी करने के वादे से मुकर गये. वे दोनों घाना से हैं. इसके चलते दोनों कभी साथ नहीं रहे, लेकिन फिर भी ब्लड-जरकू बैडू से तलाक नहीं लेना चाहते थे. वे फोन और फेसबुक के जरिये अपनी पत्नी के संपर्क में रहे.
इसलिए लेनी पड़ी फेसबुक की मदद : ब्लड-जरकू का आखिरी एड्रेस एक अपार्टमेंट का है, जिसे उन्होंने 2011 में खाली कर दिया था. इसके बाद उनका कोई स्थायी पता नहीं था, जहां तलाक के पेपर भेजे जा सकें. बैडू जब भी अपने पति से एड्रेस के बारे में पूछती तो वे हमेशा ये कह कर टाल जाते थे कि उनका कोई स्थायी पता नहीं है। स्पिनेल ने बताया कि हमने ब्लड-जरकू को खोजने की सारी कोशिशें की, यहां तक कि एक प्राइवेट जासूस भी हायर किया, लेकिन उनका पता नहीं चला.