।।दक्षा वैदकर।।
लाखों लोगों को प्रेरित करनेवाले निकोलस जेम्स का एक वीडियो मैंने देखा. बिना हाथों और पैरों के विभिन्न देशों का भ्रमण करनेवाले इस अद्भुत इनसान का छोटी-से-छोटी चीजों को लेकर किया गया संघर्ष आपको जीवन जीना सिखाता है. एक स्कूल के कार्यक्रम में वह बच्चों से कहते हैं, पैदाइश से ही मेरे हाथ-पैर नहीं हैं. बस हैं, तो शरीर से लगा यह पंजा जिसे मैं चिकन ड्रम्स कहता हूं.
चिकन इसलिए क्योंकि यह उसी की तरह दिखता है और ड्रम्स इसलिए क्योंकि मैं इससे ड्रम्स बजाता हूं. निकोलस बताते हैं कि वह अपने चिकन ड्रम्स से ही सारे काम करते हैं. वह उससे 43 शब्द प्रति मिनट की गति से कंप्यूटर पर टाइप करते हैं, तैराकी करते हैं, फुटबॉल को किक मारते हैं, चित्रकारी करते हैं, लिखते हैं, फोन उठाते हैं और न जाने क्या-क्या.
वह कहते हैं, कई बार बच्चे मेरा बिना हाथों और पैरों वाला शरीर देख कर चीख पड़ते हैं और बड़े आश्चर्य से पूछते हैं, क्या हुआ तुम्हें? मैं उनसे कहता हूं, सिगरेट. एक लड़की मुङो देख कर घबरा गयी और बोली, ममा देखो, एलियन. मैं भी उसके पीछे यह कहते हुए दौड़ा कि मैं तुम्हें खा जाऊंगा.वह बताते हैं कि जब मैं छोटा था, लोगों की बातों से बहुत निराश हो गया था. मैं सभी की तरह हाथों में घड़ी पहनना, बाइक चलाना, स्केटिंग करना और बॉडी बिल्डर बनना चाहता था. मैं मम्मी-पापा व डॉक्टर से पूछा करता कि मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ? किसी के पास कोई जवाब नहीं होता.
मुङो लगने लगा कि मैं फेलियर हूं. क्या मैं सिर्फ मरने के लिए पैदा हुआ हूं? तब मैंने तय किया कि मैं जीने का मकसद बनाऊंगा. जो चीजें मेरे पास नहीं है, मैं उसका दुख नहीं मनाऊंगा. जो मेरे पास है, मैं उसी से हर काम कर के दिखाऊंगा. मैंने लगातार प्रैक्टिस से यह सारी चीजें सीखी. हर चीज सीखने में मुङो सैकड़ों बार प्रयास करना पड़ा. चोट लगी, तकलीफ हुई, वक्त लगा, लेकिन यह सच है कि अगर आपने अंदर से हार नहीं मानी, तो कोई आपको हरा नहीं सकता. आपका हर प्रयास आपकी सफलता की तरफ एक कदम बढ़ाता है. कदम छोटा या बड़ा मायने नहीं रखता, बस आपका एक-एक कदम चलना जरूरी है.
बात पते कीः
-आपको लोग चिढ़ायेंगे कि तुम मोटे हो, तुम ठिगने हो, चेहरा बदसूरत है. आपको बस खुद पर भरोसा करना है और अपनी खूबियों पर काम करना है.
-खूबियों पर काम करो, खुद को इतना काबिल बनाओ कि लोग फिर आपकी अन्य कमजोरियों पर ध्यान न दें. आपको प्यार करने पर मजबूर हो जायें.