लाहौर: लाहौर में पाकिस्तान की सबसे बडी ईसाई कालोनी में आज दो गिरिजाघरों में रविवार की प्रार्थना के दौरान तालिबान के दो आत्मघाती हमलावरों द्वारा किये गये विस्फोट में दो पुलिसकर्मी समेत कम से कम 15 लोग मारे गए और 80 से ज्यादा घायल हो गए.हमलावरों ने पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर के योहानाबाद इलाके में स्थित रोमन कैथलिक चर्च और क्राइस्ट चर्च के दरवाजों पर विस्फोट कर दिया जिसके बाद वहां भगदड मच गयी और दहशत में आये लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे.
इन हमलों के बाद भीड ने दो संदिग्ध आतंकवादियों को पीट-पीटकर उन्हें जला दिया जिससे उनकी मौत हो गयी. स्थानीय ईसाई नेता असलम परवेज सहोत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘योहानाबाद ईसाई कॉलोनी में क्राइस्ट चर्च और कैथलिक चर्च में रविवार की प्रार्थना सभा चल रही थी तभी दोनों आत्मघाती हमलावर वहां पहुंचे और चचोर्ं में घुसने का प्रयास किया. हालांकि जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां घुसने से रोका तो उन्होंने वहीं विस्फोट कर दिया.’’ उन्होंने कहा कि घटना के समय चचोर्ं में बडी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग थे.
सहोत्र ने कहा, ‘‘आज पाकिस्तान में पूरा ईसाई समुदाय हताश है और सरकार से सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगा रहा है.’’ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए संगठन जमात-उल-अहरार ने हमला करने का दावा किया है. इसी संगठन ने पिछले साल सितंबर में वाघा सीमा पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 60 लोग मारे गये थे.
स्वास्थ्य महानिदेशक जाहिद परवेज ने लाहौर जनरल अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमलों में गिरजाघरों की सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मियों और एक लडका तथा एक लडकी समेत 15 लोग मारे गये और 80 से ज्यादा लोग घायल हो गये.’’ उन्होंने कहा कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है इसलिए मृतक संख्या बढ सकती है.
एक चश्मदीद ताहिर भट्टी ने कहा, ‘‘मैं कैथलिक चर्च में प्रार्थना सभा में मौजूद था, तभी शक्तिशाली विस्फोट की आवाज सुनकर मैं जमीन पर गिर गया. जब मैं कुछ देर बाद संभल पाया तो मैं बाहर पहुंचा जहां मैंने कई लोगों को पडे हुए देखा जो खून से सने थे और उनके शरीर के अंग इधर उधर बिखरे हुए थे.’’ पंजाब सरकार के प्रवक्ता जईम कादरी ने कहा, ‘‘दोनों चर्चों के बाहर पांच पुलिसकर्मी तैनात थे. इनमें से दो की जान चली गयी वहीं तीन अन्य गंभीर हालत में हैं. उन दोनों की शहादत से बडी संख्या में लोगों की जान बच गयी.’’ घटना के तुरंत बाद नाराज भीड ने दो संदिग्ध आतंकवादियों को कथित तौर पर पीटा. बाद में भीड ने उन्हें रस्सी से बांधकर आग के हवाले कर दिया. उनका शरीर पूरी तरह जल गया.
एक चश्मदीद ने कहा, ‘‘लोगों ने दो संदिग्धों को पकडा जो आत्मघाती हमलावरों के साथी लग रहे थे. आक्रोशित भीड ने दोनों आतंकवादियों की पिटाई के बाद उन्हें जला दिया. संदिग्धों ने माना कि वे आत्मघाती हमलावर के साथी थे और अभियान पर नजर रखने के लिए आये थे.’’