लीमा : पेरु ने चिली द्वारा उसकी कथित जासूसी किए जाने के विरोध में सैन्टियागो से अपने राजदूत को वापस बुलाने की घोषणा की है. पिछले माह पेरु ने दावा किया कि चिली ने पेरु की नौसेना के तीन सदस्यों को अपने ही देश की जासूसी करने के लिए भुगतान किया था. इस आरोप के बाद पेरु और चिली के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया.
पेरु के विदेश मंत्रालय ने कल एक बयान में राजदूत को वापस बुलाए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि जब तक चिली घटना के संबंध में आवश्यक आश्वासन नहीं दे देता तब तक राजदूत वापस नहीं जाएगा. लीमा ने चिली के खिलाफ आरोप लगाए जाने और कथित जासूसों को पकडने के बाद 20 फरवरी को राजदूत फर्नान्दो रोजास सैमनेज को बुला लिया था.
पहले विरोध पत्र में पेरु ने दावा किया था कि चिली ने वर्ष 2005 से 2012 के बीच में जासूसी के लिए सेना के सदस्यों को भुगतान किया था. पत्र में जासूसी मामले की तत्काल व्यापक जांच की मांग करते हुए यह आश्वासन देने का आह्वान किया गया था कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी.
दूसरा विरोध पत्र कल जारी किया गया जिसमें पेरु ने कहा है कि चिली द्वारा जासूसी किए जाने की घटना से वह बेहद चिंतित है. चिली के विदेश मंत्री हेराल्दो मुनोज ने कहा ‘(पेरु के कूटनीतिक पत्र पर) हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते. समीक्षा के बाद, समुचित समय पर हम टिप्पणी करेंगे.’