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तीसरे दिन भी प्रीति ससुराल में धरने पर बैठी रही
मंसूरचक : तीसरे दिन भी प्रीति अपने ससुराल मकदमपुर में दरवाजे पर बैठी रही. ससुरालवाले अपने जिद पर अडिग रहते हुए घर का दरवाजा बंद किये हुए हैं. इस घटना को लेकर सोमवार को प्रशासनिक पदाधिकारी भी हरकत में आ गये. बीडीओ अशोक कुमार चौधरी मकदमपुर पहुंच कर प्रीति से मिल कर उसाकी बातों को […]
मंसूरचक : तीसरे दिन भी प्रीति अपने ससुराल मकदमपुर में दरवाजे पर बैठी रही. ससुरालवाले अपने जिद पर अडिग रहते हुए घर का दरवाजा बंद किये हुए हैं. इस घटना को लेकर सोमवार को प्रशासनिक पदाधिकारी भी हरकत में आ गये. बीडीओ अशोक कुमार चौधरी मकदमपुर पहुंच कर प्रीति से मिल कर उसाकी बातों को सुना. उसके बाद प्रीति के ससुरालवालों को भी समझाने का प्रयास किया.
काफी देर तक समझाने के बाद भी ससुराल के लोग कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं. यहां तक कि तीन दिन बीत गये प्रीति को अब तक खाना भी नहीं दिया गया है. प्रीति अपने साथ लायी फल खा कर अपना समय काट रही है. बाद में बीडीओ ने बताया कि 17 फरवरी को लड़का एवं लड़की पक्ष के माता-पिता सहित समाज के प्रबुद्ध लोगों की बैठक मकदमपुर में बुलायी गयी है. उन्होंने इस बैठक के माध्यम से समस्या के निराकरण होने की उम्मीद जतायी है. ज्ञात हो कि शनिवार को आपका आंचल संस्था के द्वारा कामिनी कुमारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में संस्थाकर्मी व बछवाड़ा- मंसूरचक थाने की पुलिस की मौजूदगी में प्रीति को उसकी ससुराल मकदमपुर पहुंचा दिया गया.
ससुराल के लोग प्रीति को किसी भी कीमत में अपने घर के अंदर रखने को तैयार नहीं हैं. इस घटना के बाद लोगों के द्वारा काफी पहल भी की गयी है लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. प्रीति की शादी धीरज कुमार से धर-पकड़ कर कर दी गयी थी. इससे लड़कोंवाले ने लड़की के परिवारवालों पर अपहरण दर्ज करने का मामला दर्ज क राया था. इससे लड़की के परिजनों को जेल भी हुई. ऐसे में लड़की अब उसे ही अपना पति मान चुकी है. इससे वे अपनी ससुराल आने की जिद कर रही है.
धीरज-प्रीति को मनाने महिला आयोग की अध्यक्ष जायेंगी बेगूसराय
पटना : शादी के बंधन में बंधने के बाद एक ओर जहां प्रीति पतिव्रता धर्म निभा रही है, वहीं धीरज धोखे व जालसाजी से की गयी शादी को मानने से इनकार कर रहा है. लाख कोशिशों के बावजूद न तो धीरज प्रीति को पत्नी मान रहा और न ही प्रीति उसे भूल रही है. इसे लेकर बेगूसराय के मंसूरचक प्रखंड के मकदुमपुर गांव में लगातार तीन दिनों से प्रीति ससुराल के दरवाजे पर बैठी है. दोनों की जिद अब पूरे गांव वालों पर बन आयी है. पंचायत की बैठक के बाद भी दोनों अपनी-अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. इससे बिहार राज्य महिला आयोग की मुश्किलें बढ़ गयी हैं.
वे लगातार इस मामले पर नजर रखी हुई हैं. एसपी व पंचायत प्रतिनिधियों से संपर्क कर प्रीति की सुध ले रही हैं, लेकिन मामले में कोई सुनवाई नहीं होने से आयोग की टीम बेगूसराय जाकर मामले की सुनवाई करने का निर्णय लिया है. स्वयं अध्यक्ष अंजुम आरा अब प्रीति व धीरज से मिल कर उसे मनोवैज्ञानिक व कानूनी तरीके से समझायेंगी. बुधवार को आयोग की पांच सदस्यीय टीम बेगूसराय जायेगी.
पति और पत्नी दोनों को मना कर घर बसाया जायेगा. आयोग की सदस्य रीना ने बताया कि बीते 12 फरवरी को स्वयं सेवी संस्था ‘आंचल’ के सहयोग से लड़की को न्याय दिलाने की मांग की गयी. इस पर आयोग द्वारा संज्ञान लेते हुए 14 फरवरी को बेगूसराय जाकर वर व वधू पक्ष के बीच काउंसेलिंग करायी गयी.
इसमें लड़के के पिता अर्जुन ठाकुर द्वारा बातचीत कर लड़की को बैंड बाजे के साथ उसे उसके ससुराल पहुंचाया गया. इस बीच लड़के ने जिद ठान ली कि प्रीति के घर आने पर वह जहर खा जान दे देगा. लड़के इस जिद से अब ससुरालवाले प्रीति को घर नहीं आने दे रहे हैं. इधर प्रीति भी ससुराल से जीते जी वापस जाना नहीं चाहती है.
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