फ्रेंच मैगजीन शार्ली एब्दो आतंकी हमले के बाद एक बार फिर बाजार में आने को बेताब है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मैगजीन एक बार फिर पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापने वाला है. उल्लेखनीय है कि पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापने की वजह से ही फ्रेंच मैगजीन शार्ली एब्दो के दफ्तर पर हमला हुआ था जिसमें दस पत्रकारों की मौत हो गई थी. हमले के बाद बुधवार को यह संस्करण बाजार में आ जाएगा.
शार्ली एब्दो मैगजीन के वकील ने सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि पत्रिका के आने वाले एडिशन में पैगंबर मोहम्मद के रेखाचित्र और कार्टून प्रमुखता से छापे जाएंगे. हमले का पत्रिका पर कोई असर नहीं पड़ने दिया जाएगा. मैगजीन के कॉलमनिस्ट पैट्रिक पेलक्स ने कहा कि यह इश्यू बुधवार को आएगा. खास बात यह है कि इस मैगजीन को 16 भाषाओं में दुनियाभर में रिलीज किया जाएगा.
गौरतलब है कि दो हमलावरो ने पिछले बुधवार को फ्रेंच मैगजीन शार्ली एब्दो के दफ्तर पर हमला करके टॉप कार्टूनिस्टों को मार दिया था. जिसकी पूरी दुनिया में निंदा की गई थी. रविवार को फ्रांस में इसके विरोध में मार्च भी निकाला गया जिसमें करीब दस लाख लोगों ने भाग लिया.
आतंकियों के अनुसार पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छापने की वजह से यह हमला किया गया है. इससे पहले साल 2011 में भी मैगजीन के दफ्तर में आग लगा दी गई थी. वहीं दूसरी ओर राजधानी में तीन दिन तक चली आतंकी गतिविधियों और कत्लेआम को अंजाम देने वाले हमलावरों के एक सहयोगी का पता लगाने के लिए सुरक्षा बल संगठित हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री मैनुएल वाल्स ने कहा कि फौरन तलाश करना जरूरी है क्योंकि हमले के बाद खतरा अभी भी मौजूद है. हमले में 17 लोगों की मौत हो गयी। पत्रिका शार्ली हेब्दो में कुछ पत्रकार मारे गए और कोशेर बाजार में लोगों को बंधक बनाया गया. सुरक्षा बलों के एक साथ छापे में शुक्रवार को तीनों हमलावर मारे गए.
हमलावरों में से एक का वीडियो सामने आया जिसमें बताया गया था कि किस तरह हमले को अंजाम दिया जाएगा और पुलिस इसकी तलाश कर रही है कि किस व्यक्ति ने यह वीडियो बनाया और इसे पोस्ट किया. वाल्स ने बीएफएफ टेलीविजन से आज कहा कि आतंकवाद, जेहाद और चरमपंथी इस्लाम के खिलाफ फ्रांस संघर्ष कर रहा है.