भागलपुर: शादी का झांसा देकर छात्र का यौन शोषण करने के आरोपी शंकर कुमार ने सोमवार को बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में पीड़ित छात्र अर्चना कुमारी संग सात फेरे लिये. कोर्ट के निर्देश पर दोनों की बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में शादी हुई. अर्चना के मामला दर्ज कराये जाने के बाद पुलिस ने आरोपी शंकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
पिछले 15 दिनों से शंकर विशेष केंद्रीय कारा में बंद है. इस दौरान कोर्ट ने पीड़ित छात्र से शादी करने का निर्देश आरोपी को दिया था. अर्चना जगदीशपुर थाना क्षेत्र के रुपौली गांव की रहनेवाली है, जबकि शंकर इसी थाना क्षेत्र के पिरायां खुर्द गांव का. दोनों में पिछले दो साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. शादी का झांसा देकर कई बार शंकर ने अर्चना से संबंध भी बना लिया था.
जब शंकर ने शादी से इनकार कर दिया, तो अर्चना ने जगदीशपुर थाने में शंकर के खिलाफ यौन शोषण की प्राथमिकी दर्ज करा दी. पुलिस ने 14 नवंबर को आरोपी शंकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद कोर्ट ने शादी कराने का निर्देश दिया. शादी के मौके पर शंकर के पिता भोजल मंडल, अर्चना के पिता विजय मंडल, अधिवक्ता व दोनों के कई परिजन मौजूद थे.
शादी के बाद शंकर गया जेल
शादी संपन्न होने के बाद पुन: शंकर को विशेष केंद्रीय कारा ले जाया गया. एक-दो दिन के भीतर दोनों की शादी से संबंधित दस्तावेज कोर्ट में प्रस्तुत होने के बाद शंकर को जमानत मिल जायेगी.
सुरक्षा की थी पूरी व्यवस्था
शंकर को भारी सुरक्षा के बीच जेल से बूढ़ानाथ मंदिर लाया गया था. प्राअनि हरिहर प्रसाद के नेतृत्व में चार-एक का पुलिस बल शंकर की सुरक्षा में तैनात था. उसे जेल से हथकड़ी लगा कर लाया गया था. हथकड़ी में ही उसने अर्चना संग सात फेरे लिये और उसके गले में जयमाला डाली.