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लायंस क्लब सदस्यों के साथ प्रभात खबर की परिचर्चा, बोले वक्ता लायें स्थिर सरकार

आओ हालात बदलें अभियान के तहत शनिवार को प्रभात खबर कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस अवसर पर लायंस क्लब के प्रतिनिधि उपस्थित थे. कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि 14 वर्षो में राज्य की क्या स्थिति है और कैसे ये हालात पैदा हुए. इससे पूर्व बिजनेस हेड विजय […]

आओ हालात बदलें अभियान के तहत शनिवार को प्रभात खबर कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस अवसर पर लायंस क्लब के प्रतिनिधि उपस्थित थे. कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि 14 वर्षो में राज्य की क्या स्थिति है और कैसे ये हालात पैदा हुए. इससे पूर्व बिजनेस हेड विजय बहादुर ने अभियान के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी. लायंस क्लब के प्रतिनिधियों ने भी खुल कर अपने विचार व्यक्त किये.

कल डोरंडा कॉलेज में कार्यक्रम

रांची. प्रभात खबर द्वारा चलाया जा रहा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम ‘आओ हालात बदलें’ का आयोजन 24 नवंबर को सुबह 10.30 बजे डोरंडा कॉलेज में होगा. इसमें अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला जायेगा. कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ सीताराम साहु के अलावा डॉ हरविंदर वीर सिंह,डॉ जीके श्रीवास्तव, डॉ आरबी तिवारी व डॉ मुश्ताक अहमद समेत कई शिक्षक व विद्यार्थी हिस्सा लेंगे.

आम नेता 50 से अधिक वोट नहीं ला सकता : एस जायसवाल

झारखंड में स्थायी सरकार बननी चाहिए, लेकिन राज्य में कोई नेता ऐसा नहीं है, जो काम कर सके. अगर किसी आम नेता को वोट देते भी हैं, तो वह 50 वोट से अधिक नहीं ला सकता. इसलिए हमारी मजबूरी है कि हम उन नेताओं में से ही किसी एक को चुन कर वोट दें. हालात बदलना अच्छा है, लेकिन कैसे बदला जाये, यह वोटर के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. अब तो आधे घंटे में नेता पार्टी बदल लेते हैं.

सोच के मुताबिक काम न हो फिर भी वोट करें: काशी प्रसाद

आज हमें स्थायी सरकार को चुनना होगा. भले हम जितना चाहे उतना काम न हो. फिर भी स्थायी सरकार आये. झारखंड में कम से कम हमारे वोटों के माध्यम से एक ईमानदार नेता आये, जो झारखंड के लिए काम करे. 14 वर्षो में झारखंड में कोई काम नहीं हुआ है. संस्था के माध्यम से इस बार जनता को जागरूक करने का प्रयास करेंगे, ताकि चुनाव में मतदान के लिए सब घर से बाहर निकलें.

14 साल का वनवास खत्म होने की है उम्मीद : हरबिंदर वीर सिंह

14 वर्ष के वनवास खत्म करने के बाद श्री राम अयोध्या वापस आये थे. इस तरह झारखंड में भी 14 साल बाद परिवर्तन जरूर आयेगा. जनता परिवर्तन चाहती है. आम आदमी चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं होता. अधिक से अधिक मताधिकार का प्रयोग करें, ताकि विकास हो सके. आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में परिवर्तन की जरूरत है. वहां की स्थिति और भी असहनीय है. हमें उन सारी पहलुओं को देखना होगा.

राज्य की दुर्दशा की जननी है भ्रष्टाचार : शुभ्रा मजुमदार

14 वर्ष के झारखंड में नौ मुख्यमंत्री, तीन बार राष्ट्रपति शासन, 16 मुख्य सचिव, 10 डीजीपी बदले गये. इस बात से लज्जा होती है कि हम झारखंड के रहनेवाले हैं. आज हम शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं में दूसरे राज्यों से पिछड़े हैं. इन सबकी जननी भ्रष्टाचार ही है. इसे मिटाना जरूरी है, तभी झारखंड का भला हो पायेगा. यदि हम राज्य की भलाई चाहते हैं, तो सही उम्मीदवारों को वोट देना होगा.

अच्छी सरकार बनेगी, तभी काम होगा : संजीव पोद्दार

जमशेदपुर में मेडिकल कैंप लगा कर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है. हमें सकारात्मक सोच के साथ वोट करना होगा. जो कुछ भी पहले हुआ और आगे जो कुछ हो सकता है, उस पर विचार करना जरूरी है. तभी अच्छी सरकार बनेगी, झारखंड में काम होगा. संस्था के द्वारा गांव-गांव जा कर वोट देने के लिए मतदाता को जागरूक करेंगे. हमारी कोशिश है कि हालात बदला चाहिए.

नेता नहीं चाहते, जनता आगे बढ़े : सिद्धार्थ मजुमदार

हालात बदलने के लिए जनता को जागरूक करना होगा. सरकार क्या काम करती है, इसका अंदाजा इसी से लग सकता है कि सरकार के बदले संस्था स्कूल, अस्पताल को गोद ले रही है. वह अपने हिसाब से इसे संचालित कर रही है. नेता नहीं चाहते की झारखंड में सभी शिक्षित हों और आगे बढ़ें. अगर मतदान ज्यादा होगा, तभी झारखंड के हालात बदलेंगे. स्थिर सरकार झारखंड के लिए बहुत जरूरी है.

सकारात्मक सोच के साथ वोट दें: दिवाकर राजगढ़िया

सकारात्मक सोच के साथ बदलाव आ सकता है. 14 साल से झारखंडवासी त्रस्त हैं. जनता इस बार अपने सोच विवेक के साथ ईमानदार नेता को वोट दे. ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के क्षेत्रों में काम हो सके. सभी संस्था आदि के माध्यम से वोट देने की अपील करेंगे, ताकि स्थायी सरकार बन सके. झारखंड का विकास हो सके. झारखंड में स्थायी सरकार बहुत जरूरी है.

राजनीति में महिलाओं को भी मिले भागीदारी : पद्मा लोधा

जैसे घर चलाने के लिए एक स्त्री और एक पुरुष की जरूरत होती है. उसी तरह राजनीति में भी पुरुष और महिला की बराबरी की भागीदारी होनी चाहिए. एक महिला कभी भी उग्र काम नहीं कर सकती. वह सामाजिक मर्यादाओं के बंधन से बंधी रहती है. इसलिए औरतों को भी राजनीति में आगे आना चाहिए. औरतों के राजनीति में शामिल होने से राज्य की उन्नति होगी. राज्य में सुरक्षा का माहौल बनेगा.

हालात बदलने को करें वोट

मौके पर वरिष्ठ पत्रकार अनुज सिन्हा ने कहा कि पिछले 14 वर्षो में लगभग सभी राजनीतिक दलों को मौका मिला है. पर यहां हालात क्या है, इससे आप सभी अवगत हैं. आज अवसर आपके सामने है. आप चाहें तो हालात बदल सकते हैं. आप घरों से निकलें और मतदान करें. बिजनेस हेड विजय बहादुर ने कहा कि प्रभात खबर यह अभियान झारखंड के सभी ब्लॉकों में चला रहा है. इस अभियान की जरूरत पड़ी, क्योंकि यहां स्थिति ठीक नहीं है. अब और इंतजार नहीं कर सकते. यह अभियान किसी दल के पक्ष में या खिलाफ में नहीं है. हम चाहते हैं कि यह स्थिति बदले.

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