मनिका : प्रखंड मुख्यालय में अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए 100 शैय्या वाला छात्रवास प्रशासन की उदासीनता के कारण पांच वर्षो से अधर में लटका है. लगभग एक करोड़ की लागत से बाबू जगजीवन राम अनुसूचित जाति बालिका छात्रवास का निर्माण एनआरइपी के माध्यम से यहां होना है.
विभाग के कर्मियों ने छात्रवास निर्माण का काम मनिका की एक महिला समूह को दे दिया है. विभाग की ओर से भवन निर्माण के लिए अब तक लगभग 30 लाख रुपये से अधिक की निकासी की जा चुकी है. समूह ने इसकी शिकायत तत्कालीन सांसद इंदर सिंह नामधारी ने भी की थी, लेकिन समस्या का हल नहीं निकला. अब यह निर्माणाधीन भवन खंडहर में तब्दील होने को है. पिछले दिनों 18 मई को इसी निर्माणाधीन छात्रवास से एक युवती का शव पुलिस ने बरामद किया था.