सिमडेगा : पाकरटांड़ प्रखंड के रूंगटुटांड़ में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में केशलपुर के मुखिया अजीत लकड़ा के मकान अपराधियों द्वारा किये गये हमले पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी.
उक्त घटना में मुखिया अजीत लकड़ा किसी प्रकार जान बचाने में सफल हो गये थे. किंतु उसके परिवार के आठ लोगों को मारपीट कर जख्मी कर दिया था. घटना के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. उक्त विषय को लेकर ही सोमवार को बैठक हुई.
इसमें पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया था. बैठक में प्रशासनिक पदाधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीणों ने दस दिनों के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का समय दिया. दस दिनों के अंदर गिरफ्तारी नहीं हुई तो ग्रामीण खुद कार्रवाई करेंगे.
ग्रामीणों ने कैरबेड़ा, बानाबिरा व पाकरटांड़ में पुलिस पिकेट स्थापित करने की भी मांग की. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि क्षेत्र में शांति बहाल करना पुलिस प्रशासन का काम है. बैठक में पूर्व विधायक सह जिला कांग्रेस अध्यक्ष नियेल तिर्की, डीडीसी गोसाई उरांव, डीएसपी निखिलानंद दास ,थाना प्रभारी परमेश्वर प्रसाद मुख्य रूप से उपस्थित थे.
बैठक में कैरबेड़ा व केशलपुर के सैंकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे. बैठक में मुख्य रूप से प्रमुख रेमोन बा, मुखिया अजीत लकड़ा, सुशील चंद्र कुल्लू, सेलेस्ता किंडो, लक्ष्मी साहू, प्रदीप केसरी, रामनारायण सिंह रोहिल्ला, विक्सल कोंगाड़ी, मनोज अग्रवाल, लेव खाखा, आनंद प्रकाश बेक, अनिल प्रसाद आदि ने अपने विचार व्यक्त किये.