सपने देखो, विश्वास करो और अपनी मंजिल की तरफ आगे बढ़ो. ये शब्द उस युवती के हैं, जो सुन नहीं सकती, पर उसकी सफलता सबको समझाती जरूर है कि अगर मन में विश्वास हो, तो अपने सपनों को सच करना असंभव नहीं.
इस बात को हर तरह से पुख्ता करती है इस सुंदर चेहरे की कहानी, जिसने अपने गुणों और खूबसूरती के मेल के चलते मिस इंडिया वर्ल्ड वाइड 2013 का ताज हासिल किया है. यह सुंदरी है ब्रिटेन की रहनेवाली नेहल भगौटा, जो बधिर हैं.
लोगों के लिए प्रेरणा
सौंदर्य प्रतियोगिताओं के इतिहास में नेहल भगौटा ताज हासिल करने वाली ऐसी पहली सुंदरी हैं, जो सुनने की ताकत नहीं रखती. ऐसे में नेहल उन लोगों के लिए रोल मॉडल बन गयी हैं, जो किसी न किसी शारीरिक कमी के शिकार हैं. बधिर होने के बावजूद नेहल ने प्रतियोगिता के टैलेंट राउंड में गीत के कंपन पर बेहतरीन नृत्य प्रस्तुत किया. नेहल की यह प्रस्तुति सभी को हैरान करने वाली थी क्योंकि वह न तो किसी गीत का संगीत सुन सकती हैं और न ही बोल का अर्थ समझ सकती हैं.
शुरू से हैं मेहनती
मेहनती और आत्मविश्वासी नेहल ऐसा कर पायीं क्योंकि वह ग्यारह साल के उम्र से नृत्य सीख रही हैं. पिछले दस साल से वह संगीत के वाइब्रेशन्स पर नृत्य करने की रिहर्सल कर रही हैं. इसी धैर्य और लगन के बल पर उन्होंने संगीत कंपन पर नृत्य करने की कला में निपुणता हासिल की है.
खुद पर करें विश्वास
नेहल बीमार बच्चों और उनके परिवारों की सहायता के लिए फंड एकत्रित करने में भी भागीदारी निभाती हैं. वह एक गैर सरकारी संगठन ,एक्शन डेफनेस के लिए डांस प्रोजेक्ट भी चलाती हैं.
उनका मानना है कि, अगर खुद पर विश्वास हो तो न केवल नयी चीजें सीखी जा सकती हैं बल्कि अभ्यास के साथ निपुणता भी पायी जा सकती है. यह अभ्यास ही है, जिसकी वजह से मैं संगीत सुने बगैर नृत्य कर सकती हूं.