मैं 60 वर्ष का हूं. मैं जब चलता हूं तब मेरी सांस फूलती है. फिर रुक जाने पर यह सामान्य हो जाती है. मेरा वजन 80 किलो है. एलौपैथिक दवाएं ले रहा हूं पर फायदा नहीं हो रहा, क्या करूं?
शीतल प्रसाद, रांची
आप किसी हृदय रोग विषेशज्ञ से मिलें और पूरी जांच कराएं. ऐसा मालूम पड़ता है कि आपको हृदय की धमनियों में रुकावट हो रही है. तब तक आप अजरुनारिष्ट 2-2 चम्मच दो बार समान जल से लें तथा लिपिस्टेट 1 कैप्सूल दो बार पानी से लें.
मैं 45 वर्ष का हूं. आज कल हृदय रोग के बारे में बहुत सुनता हूं. हृदय रोग से बचाव के लिए आयुर्वेद में क्या उपाय है?
मनोज सिंह, पटना
आप चर्बीवाला कोई भी आहार न लें तथा बिल्कुल शाकाहारी भोजन ही करें. प्रतिदिन तीसी चूर्ण का सेवन करें, तो हृदय रोग से बचाव होगा. इसके तेल का प्रयोग करने से हृदय रोग में बहुत ही लाभ पहुंचता है.
मैं 20 वर्ष का रिटायर शिक्षक हूं. मुङो हाइ ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज है. इधर कुछ दिनों से चलने से सांस फूलती है. डॉक्टर से दिखाया, तो उन्होंने बायपास सर्जरी की सलाह दी है. क्या आयुर्वेद से यह ठीक हो सकता है या अन्य कोई उपाय बताएं.
योगेंद्र सिंह, रांची
इसका इलाज सर्जरी से ही हो सकता है. फिर भी यह कितना प्रतिशत है, रिपोर्ट देखने के बाद ही पता चलेगा. आजकल बहुत-सी दवाइयां आ गयी हैं. इस बारे में चिकित्सक से परामर्श लिया जा सकता है. आराम पाने के लिए आप हृदयाणव रस 2-2 गोली दो बार लें तथा अजरुनारिष्ट 2-2 चम्मच दो बार जल से लें.
मेरे सारे शरीर में खुजली होती है लाल लाल दाने निकल जाते हैं. क्रीम लगाने पर भी यह ठीक नहीं हो रहा, क्या करूं?
संजय कुमार, रामगढ़
आपको chronic uticaria है. आप हरिद्वा खंड 1/2 -1/2 चम्मच तीन बार पानी से लें तथा कृणी कुठार रस 2-2 गोली दो बार सात दिन तक लें, लाभ मिलेगा.
मैं जब चलता हूं तब मेरे छाती में दर्द होने लगता है, थोड़ी देर बाद ठीक हो जाता है. उपाय बताएं.
गोपी दयाल, टाटानगर
आप हृदय का इसीजी करावें. तब तक नागाजरुनाभ रस 2-2 गोली दो बार पानी से लें तथा अजरुनारिष्ट 2-2 चम्मच दो बार समान जल से लें. रात में अविपत्तिकर चूर्ण चम्मच ठंडे पानी से लें, लाभ मिलेगा.
डॉ कमलेश प्रसाद
आयुर्वेद विशेषज्ञ
नागरमल मोदी सेवा सदन राज अस्पताल, रांची