रांची: पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने कोयला लदे ट्रकों को रोक कर कोयला कारोबारियों से 10 लाख रुपये वसूले थे. योगेंद्र साव मामले की जांच करनेवाली कांग्रेस नेताओं की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है.
सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ माह पहले योगेंद्र साव ने बड़कागांव में अवैध कोयला लदे कई ट्रकों को रोका था. घटना की रात उनके साथ सरकारी अंगरक्षक के अलावा हथियारों से लैस अन्य लोग भी थे. इन ट्रकों को छोड़ने के बदले योगेंद्र साव ने कोयला कारोबारियों से 10 लाख रुपये लिये थे. कारोबारियों से यह भी तय करवाया था कि वह उन्हें (योगेंद्र साव को) हर माह एक निश्चित राशि देंगे, तभी क्षेत्र में कोयला का अवैध कारोबार चलेगा.
रिपोर्ट में 15-20 लोगों के बयान भी : उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव आरोप लगा रहे हैं कि कोयले का अवैध कारोबार रोकने की वजह से पुलिस ने उन्हें फंसाया है. पर, श्री साव की पार्टी के नेताओं की जांच रिपोर्ट में इसके उलट है. रिपोर्ट के मुताबिक, श्री साव कोयले का अवैध कारोबार करनेवालों से पैसे लेते थे. कांग्रेस नेताओं की जांच रिपोर्ट में बड़कागांव व केरेडारी इलाके के 15- 20 लोगों का बयान भी हैं. अधिकांश लोगों ने कहा है कि पूर्व मंत्री की गतिविधि संदिग्ध रही है. उनकी वजह से इलाके में कांग्रेस की भी बदनामी हुई है. पेज चार भी देखें
सीआइडी जांच का आदेश हजारीबाग पहुंचा
इधर, पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव द्वारा उग्रवादी संगठन बनाने व उग्रवादियों को हथियार उपलब्ध कराने के संबंध में हजारीबाग के गिद्दी थाने में दर्ज केस के अनुसंधान का जिम्मा सीआइडी को दिया गया है. इस सिलसिले में डीजीपी का आदेश रविवार को हजारीबाग पुलिस के पास पहुंचा. सोमवार को सीआइडी के अधिकारी हजारीबाग पुलिस से जांच का जिम्मा ले सकते हैं.
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को बचाने में लगी है सरकार
रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय ने रविवार को कहा कि प्रदेश की जनता का विश्वास राज्य सरकार से उठता जा रहा है. हाल में कई ऐसे प्रकरण हुए हैं, जिनमें सरकार और जिला प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है. सरकार अपने पूर्व मंत्री को खोजने में विफल साबित हो रही है. सरकार अपने संरक्षण में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को बचाने में लगी है. यही वजह है कि जिस जिले में घटना हुई है, वहां की पुलिस को कार्रवाई करने से रोक दिया गया. यह सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा करता है.
प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री राय ने कहा कि राजधानी पूरी तरह से अपराधियों और शूटरों के कब्जे में हैं. पवन अग्रवाल की हत्या बीच शहर में की गयी और अब तक हत्यारों का सुराग नहीं मिल पा रहा है. राजधानी के आसपास के इलाकों में अपराधी उग्रवाद के नाम पर सरकार को चुनौती दे रहे हैं. सरकार अपराधियों के आगे नतमस्तक है. तारा शाहदेव प्रकरण में अब तक प्रशासनिक अधिकारियों से पूछताछ नहीं की गयी है. सरकार को घटना में शामिल अधिकारियों को निलंबित करते हुए 164 का बयान दर्ज कराना चाहिए.
अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. किसी भी दल के साथ गंठबंधन नहीं किया जायेगा. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यकर्ता समागम में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी. पार्टी सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी.
पूरे प्रदेश में चल रहा धन संग्रह अभियान
जम्मू-कश्मीर में आयी बाढ़ को लेकर भाजपा की ओर से पूरे प्रदेश में धन संग्रह अभियान चलाया जा रहा है. डॉ राय ने बताया कि इस काम में कई संस्थाएं मदद कर रही हैं. धन संग्रह अभियान को लेकर पार्टी ने सूर्यमणि सिंह और प्रेम मित्तल को जिम्मेवारी सौंपी है.
25 सितंबर को सभी जिलों में होगी गोष्ठी
भाजपा की ओर से 25 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों में गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा. इसका विषय है- राष्ट्रवाद की धारा में राज्यों का विकास.
टीवीएनएल को चौपट कर दिया सरकार ने
डॉ राय ने सरकार और ऊर्जा विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुरसी बचाने के लिए टीवीएनएल जैसे संस्थान को चौपट कर दिया गया है. दो माह के अंदर टीवीएनएल के तत्कालीन एमडी जीएन त्रिपाठी को हटा दिया गया. इसके लिए राज्यपाल से अनुमति भी नहीं ली गयी. फिलहाल इस संस्थान में दो एमडी काम कर रहे हैं. श्री त्रिपाठी को हटाने के बाद करोड़ों रुपये का टेंडर कर अपने पसंदीदा ठेकेदार को काम दे दिया गया है. सरकार कानून को ताख पर रख कर काम कर ही है. इस पर राजभवन भी चुप्पी साधे हुए है.
पुलिस मुङो साजिश के तहत फंसा रही है: योगेंद्र
रांची: पूर्व कृषि मंत्री और विधायक योगेंद्र साव ने बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की आम जनता के नाम पर एक खुला पत्र जारी किया है. इसके माध्यम से उन्होंने आम जनता को बताया है कि रामगढ़, हजारीबाग और चतरा में वह कोयला तस्करी के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं. कोयला तस्करी मामले में निगरानी की जांच चल रही है, जिसमें एसपी से लेकर दारोगा तक की संलिप्तता पायी गयी है. वे आम जनता के लिए कई काम कर चुके हैं.
पूर्व मंत्री ने कहा है कि पुलिस उन्हें एक साजिश के तहत फंसा रही है. योगेंद्र साव का कहना है कि मामला सामने के आने के बाद उन्होंने नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष जांच किसी दूसरी एजेंसी से करायी जायेगी, लेकिन त्वरित कार्रवाई नहीं हुई.
इसी बीच हजारीबाग एसपी ने डीएसपी, इंस्पेक्टर और सभी थानेदारों को बुलाकर मेरे खिलाफ मनमाने ढंग से अनुसंधान तेज कर दिया. योगेंद्र साव ने अपने पत्र में लिखा है कि एक तरफ पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेज कर बुलाती है, वहीं दूसरी ओर उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट हासिल कर लेती है. योगेंद्र साव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने तथा बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से किसी दूसरे उम्मीदवार को जीत दिलाने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा है कि उन्हें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है. वे आगे भी आम जनता के साथ हैं.