



रांची: तारा शाहदेव शुक्रवार को होटवार स्थित शूटिंग रेंज पहुंची और निशानेबाजी की प्रैक्टिस शुरू की. दिन के ठीक 12.26 हाथ में राइफल थामते ही वह भावुक हो गयी. आंखों में आंसू आ गये. वह टी-शर्ट व ट्रैक सूट में प्रैक्टिस के लिए उतरी थी.
जब उससे उसकी नयी जिंदगी के बारे में पूछा गया, तो उसका एक ही बात कहना था: राइफल मेरा सच्च जीवन साथी है. राइफल को मैं जितना प्यार दूंगी, मुङो उतनी ही इज्जत मिलेगी. निशानेबाजी से मेडल जीतना मेरा लक्ष्य है.
एक प्रश्न के जवाब में उसने कहा कि बैक बोन में चोट के कारण खड़ा होने में थोड़ी दिक्कत हो रही है. हाथ भी कांप रहा है, लेकिन प्रैक्टिस के बाद सब कुछ ठीक हो जायेगा. मेरा और मेरी मां का सपना है ओलिंपिक 2016 में मेडल लाना. मैं ईमानदारी से इसका प्रयास करूंगी. तारा को कड़ी सुरक्षा में स्कॉट कर शूटिंग रेज लाया गया था. एक-चार का सुरक्षा बल उसके स्कॉर्पियो के आगे चल रहा था. उसके पीछे तारा के संबंधियों की कार चल रही थी.
माहौल बिगाड़ने का प्रयास: अंजुमन
रांची. अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष इबरार अहमद ने कहा कि राजधानी में अमन पसंद लोग वर्षो से रहते आ रहे हैं. गंगा-जमुनी संस्कृति की तरह सभी एक हैं. रंजीत सिंह कोहली प्रकरण में कुछ गलत मंशावाले लोग इस मामले को तूल देकर आपसी भाई-चारगी को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं. हम उनके मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे. श्री अहमद ने कहा: रांची बंद के दौरान जिन निदरेष लोगों के साथ मारपीट हुई और उनके दुकान-वाहन क्षतिग्रस्त किये गये, प्रशासन उन्हें मुआवजा दे.
सरकार मदद करे तो कई मेडल आयेंगे
शूटिंग रेंज में तारा शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार यदि शूटिंग को महत्व दे, तो हर साल अपने राज्य में नेशनल व इंटरनेशनल मेडल आयेंगे और राज्य का नाम देश ही नहीं, विदेशों में भी रोशन होगा. शूटिंग के प्रतिभावान खिलाड़ी झारखंड सरकार की उपेक्षा के शिकार हैं.
एक खिलाड़ी के राइफल की कीमत करीब तीन लाख और किट की कीमत लगभग एक लाख होती है, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण खिलाड़ियों को काफी परेशानी होती है. तारा जिस वक्त प्रैक्टिस करने पहुंची थी, उस वक्त वहां राष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग में हिस्सा ले चुके कई खिलाड़ी मौजूद थे. इनमें राष्ट्रीय खिलाड़ी विनय विभाकर, निशांत कुमार सिंह, रवि कुमार शर्मा, द्वेयद शाहदेव, सुशांत टूटी, संगीता कुमारी मुंडा, अभय कुमार यादव, वीरेंद्र महतो, अजय नाथ, पवन कुमार अमरदीप साहू, सिया कुमारी व मंजित कुमार थे. इन खिलाड़ियों ने कहा कि शूटिंग के दौरान जितना सामान चाहिए, वह रेंज में 2011 से बंद पड़ा है. इसके लिए कई बार सरकार से बात हुई, लेकिन कहां अड़चन है, यह नहीं मालूम. हमें प्रैक्टिस में परेशानी हो रही है, जबकि 18 सितंबर से नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता की शुरुआत है.
ठुकरायी युवती पहुंची शूटिंग रेंज
तारा शाहदेव से प्रेरणा लेकर बोकारो की एक युवती विजया रॉय शुक्रवार को शूटिंग रेंज पहुंची. हॉकी खिलाड़ी विजया रॉय ने बताया कि उसके ससुराल वाले चार माह से उसके साथ मारपीट कर रहे हैं. वह पुलिस से लेकर महिला आयोग तक में गुहार लगा चुकी है, लेकिन कोई मदद नहीं मिली. तारा शाहदेव ने विजया से बातचीत की और आश्वासन दिया कि तुम्हें हर हाल में इंसाफ मिलेगा.
तारा ने कहा कि कानून से उसका विश्वास उठ चुका है. विजया रॉय की कहानी सुन कर उसने कहा: वह पहली व आखिरी लड़की नहीं, जिसके साथ इस तरह की घटना घटी. विजया रॉय की कहानी सुन तारा रो पड़ी. उसे अपने साथ घटी घटना याद आ गयी. विजया रॉय के लिए रहने की जगह नहीं थी. बाद में नारी शक्ति झारखंड की अध्यक्ष आरती बेहरा के पास उसे भेजा गया. आरती बेहरा ने बोकारो एसपी व युवती के ससुर से बात की. उसके बाद उसे बोकारो भेजने के लिए टिकट व रास्ते का खर्च देकर उसे वापस भेजा.
धर्म परिवर्तन के लिए दबाव नहीं दिया: कौशल्या
रांची. रंजीत उर्फ रकीबुल की मां कौशल रानी उर्फ कौशल्या ने कहा कि रंजीत ने जो बात बतायी है, वह सही है. उनका निकाह हुआ था, लेकिन तारा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव नहीं डाला गया. उसने कबूल किया कि तारा के साथ मारपीट होती थी, लेकिन रोज नहीं. जिस प्रकार पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हैं, उसी प्रकार उनके बीच भी तकरार होता था. उसी में रंजीत कभी-कभी तारा के साथ मारपीट करता था. सिगरेट व बीड़ी का धुआं तारा के मुंह पर फेंकने की बात बिल्कुल गलत है. तारा झूठा आरोप लगा रही है. ज्ञात हो कि पुलिस ने रंजीत उर्फ रकीबुल की मां को चार अगस्त को दो दिनों के लिए रिमांड पर है. उनसे महिला थाना में पूछताछ की जा रही है.
मुङो साजिश के तहत फंसाया जा रहा: उदय
तारा शाहदेव प्रकरण मामले में रंजीत उर्फ रकीबुल से संबंध होने से उदय साहू ने इनकार किया है. शुक्रवार को प्रेस को उदय साहू ने बताया कि उनका नाम कुछ अखबारों में अनावश्यक रूप से छापा जा रहा है. कुछ अखबार उदय लिख रहे हैं, तो कुछ अखबार उदय साहू. यह जांच का विषय है. उदय साहू ने बताया कि रंजीत कोहली से उनका पूर्व से कोई परिचय नहीं था. जांच या फोन कॉल में पुलिस को कोई तथ्य नहीं मिले हैं. अखबारों में छपी खबरों को उदय साहू ने आधारहीन बताया है.पत्रकारों ने जब उदय साहू से पूछा कि आपको कैसे पता चला कि अखबार या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आयी खबर में जिस उदय या उदय साहू का जिक्र हो रहा है, वह आप ही हैं. इस पर उदय साहू ने कहा कि रांची में उदय साहू के नाम से चर्चित व्यक्ति वह खुद हैं. खबर आने के बाद कई लोगों ने फोन पर संपर्क किया, इसलिए मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखना जरूरी था.
तारा से मिलने आ रही है नूतन ठाकुर
रांची: उत्तर प्रदेश में सुनामी के नाम से प्रसिद्ध एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर तारा शाहदेव से मिलने रांची आ रही हैं. श्रीमती ठाकुर के बारे में इलाहाबाद हाइकोर्ट ने टिप्पणी की थी कि वह अदालत में पीआइएल की सुनामी ले आयी हैं. अदालत ने श्रीमती ठाकुर पर पीआइएल फाइल करते समय 25 हजार रुपये जमानत की राशि के रूप में जमा करने का आदेश दिया. पीआइएल एक्सेप्ट नहीं करने की स्थिति में जमानत की अदालत द्वारा राशि जब्त कर ली जायेगी. उसके बाद उनको नूतन सुनामी ठाकुर के नाम से जाना जाने लगा. वह अपने पति आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के साथ रांची आ रही हैं. दोनों तारा शाहदेव से मिलेंगे. तारा से बात करने और तथ्यों का आंकलन करने के बाद श्रीमती ठाकुर 25 हजार रुपये जमानत की राशि के साथ पीआइएल दायर करेंगी.
उदय को रिमांड पर ले पुलिस : आलोक
कांग्रेस महासचिव आलोक कुमार दुबे ने कहा है कि तारा शाहदेव मामले में रंजीत उर्फ रकीबुल ने किसी उदय का नाम लिया है. पुलिस इस शख्स को रिमांड पर ले. उदय से जिस व्यक्ति के नाम का संदेह हो रहा है, उसके तार शहर के कई लोगों से जुड़े हैं. पुलिस को साफ करना चाहिए कि यह उदय कौन है. क्या वह पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस जांच को सही दिशा में ले जाये. श्री दुबे ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल इस मामले में एसएसपी से मिलेगा. उदय नाम का पटाक्षेप होना चाहिए. तारा शाहदेव को न्याय देना है, तो जांच सही दिशा में होनी चाहिए. उदय का नाम आने के बाद पुलिसिया जांच सुस्त हुई है. कई नकाबपोश लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है.
मामले को सांप्रदायिक रंग न दें: भाकपा माले
भाकपा माले ने रंजीत कोहली प्रकरण को सांप्रदायिक रंग देने का विरोध किया है. माले के राज्य सचिव सुखदेव प्रसाद ने कहा है कि भाजपा के शासनकाल में ही कोहली ने नौकरशाहों से रिश्ते बनाये थे. उनके माध्यम से ही अवैध धंधा चला रहा था. इससे जुड़े सभी लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. सभी पर आपराधिक मुकदमा चलना चाहिए. उन्होंने हेमंत सरकार पर इस मुद्दे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया. माले इस मुद्दे को राज्यस्तरीय अभियान में शामिल करेगा.